यहां आई सबसे अधिक प्रॉब्लम

रेलवे स्टेशन के सामने 13 अक्टूबर को पोल गिर जाने के कारण पूरी रात इलाके में बिजली गुल रही। किसी प्रकार 14 अक्टूबर को दोपहर को मरम्मत हुई, लेकिन जीडीए के क्वाटर्स में लो वोल्टेज की समस्या 16 अक्टूबर तक बनी रही। राप्तीनगर में तार पर पेड़ गिर जाने के कारण 13 से 15 अक्टूबर तक बिजली गुल रही। वहीं सूरजकुंड, जाफराबाजार, लालडिग्गी इलाके में लो वोल्टेज की समय तीन दिन तक बनी रही। तारामंडल के कई गलियों में लो वोल्टेज की समस्या बनी रही। वहीं तारामंडल से जुड़े लहसड़ी गांव में तीन दिन बाद बिजली ठीक हुई लेकिन 15 अक्टूबर की रात फिर से बिजली गुल हो गई। इससे तीन दिन से यहां बिजली गुल है।

आफिस और रिलेटिव के सहारे उजाले की आस

रेलवे स्टेशन, तारामंडल, लहसड़ी, सूरजकुंड आदि इलाकों के घरों में लगे इनवर्टर तक जबाव दे गए। किसी प्रकार मोबाइल तो एक दिन चल गया, लेकिन दूसरे दिन उसकी बैटरी भी दम तोड़ गई। लोग अपने आफिस या रिलेटिव के घर भेजकर मोबाइल तथा बैटरी चार्ज कर रहे हैं।

हम लोग तीन दिन से अंधेरे में हैं। पहले तो लोकल फाल्ट की वजह से बिजली गई, फिर जैसे ही बिजली आई लो वोल्टेज की प्रॉब्लम हो गई। इसके बाद ये भी चली गई।

मनोज त्रिपाठी, खोराबार

दशहरा की छुट्टी को बारिश ने खराब किया तो बिजली ने और अधिक परेशान कर दिया। पूरे दिन टीवी तक नहीं चल पाया। लो वोल्टेज के कारण बहुत परेशानी का सामना करना पड़ गया।

संजय पांडेय, बक्शीपुर

बिजली का तो बहुत बुरा हाल है। तीन दिन दशहरा के दिन बारिश शुरू होते ही बिजली गायब हो गई। दूसरे दिन किसी प्रकार आयी वह भी लो वोल्टेज के साथ। जिससे पानी का मोटर, टीवी सब बंद रहा। पानी को लेकर काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।

मनसा देवी, मोहद्दीपुर

बिजली न होने के कारण तीन दिन से टंकी खाली है। इससे बड़ी समस्या और क्या हो सकती है। बिजली विभाग को फोन करने पर वह केवल आश्वासन देने का काम करते हैं।

मीना देवी, नौसड़