- पॉवर कॉरपोरेशन ने गुपचुप तरीके से दर बढ़ोत्तरी संबंधी प्रस्ताव नियामक आयोग में सौंपा

- उपभोक्ता परिषद का विरोध, पूरे प्रदेश में जनांदोलन की चेतावनी

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LUCKNOW: आम उपभोक्ताओं को एक बार फिर से महंगी बिजली का करंट लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है. पॉवर कॉरपोरेशन की ओर से तैयार किए गए प्रस्ताव से साफ है कि आम उपभोक्ताओं पर 1.30 रुपये प्रति यूनिट महंगी बिजली की मार पड़ेगी. इसके साथ ही कॉरपोरेशन की ओर से ग्रामीण उपभोक्ताओं को भी महंगी बिजली की गिरफ्त में लिया गया है. कॉरपोरेशन की ओर से महंगी दर संबंधी प्रस्ताव नियामक आयोग में सौंप दिया गया है. उधर, उपभोक्ता परिषद ने इस प्रस्ताव का विरोध करना शुरू कर दिया है. साथ ही चेतावनी दी है कि यदि प्रस्ताव वापस नहीं हुआ तो प्रदेशव्यापी जनांदोलन किया जाएगा.

गुपचुप तरीके से सौंपा प्रस्ताव

उपभोक्ता परिषद की मानें तो उप्र पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा एक दिन पहले देर शाम गुपचुप तरीके से वर्ष 2019-20 के लिए तैयार प्रस्ताव को विद्युत नियामक आयोग में सौंप दिया गया है. उपभोक्ता परिषद की मानें तो अब तक के इतिहास की सबसे बड़ी बिजली दर बढ़ोत्तरी प्रस्तावित कर प्रस्ताव सौंपा गया है.

घर में फैक्ट्री लगाने के बराबर वृद्धि

आयोग में प्रस्तावित बिजली दरों में सबसे ज्यादा वृद्धि घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की प्रस्तावित है. इस वृद्धि को देखकर कोई भी यह कह सकता है कि घरेलू बिजली उपभोक्ता अपने घर में फैक्ट्री लगा लिए हैं. जो वृद्धि प्रस्तावित है, उसमें सभी श्रेणी के बिजली उपभोक्ताओं, वाणिज्यिक, उद्योग व अन्य श्रेणियों में जहां 10 से 15 प्रतिशत की वृद्धि प्रस्तावित है वहीं घरेलू बिजली उपभोक्ताओं की अब तक की सबसे बड़ी वृद्धि होगी.

फिक्स चार्ज की मार

उप्र राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि बिजली कंपनियों द्वारा जो प्रस्ताव दिया गया है, उसमें घरेलू शहरी एक किलोवाट पर फिक्स चार्ज जहाँ पहले 100 रुपये प्रति किलोवाट था, उसे 110 रुपये प्रति किलोवाट प्रस्तावित किया गया है. वहीं बीपीएल घरेलू उपभोक्ता, जो अभी 50 रुपये प्रति किलोवाट फिक्स चार्ज देते हैं उसे अब 75 रुपए प्रति किलोवाट प्रतिमाह प्रस्तावित किया गया है.

दर बढ़ोत्तरी प्रस्ताव (वर्ष 19-20)

यूनिट-0-150

वर्तमान रेट (घरेलू)-4.90 रु. प्रति यूनिट

प्रस्तावित रेट-6.20 रुपये प्रति यूनिट

यूनिट-151-300

वर्तमान रेट (घरेलू)-5.40. रु. प्रति यूनिट

प्रस्तावित रेट-6.50 रुपये प्रति यूनिट

यूनिट-301-500

वर्तमान रेट (घरेलू)-6.20 रु. प्रति यूनिट प्रस्तावित रेट-7.00 रुपये प्रति यूनिट

यूनिट-500

वर्तमान रेट (घरेलू)-6.50 रु. प्रति यूनिट प्रस्तावित रेट-7.50 रुपये प्रति यूनिट

घरेलू बीपीएल

वर्तमान रेट (घरेलू)-3.00 रु. (100 यूनिट तक)

प्रस्तावित रेट-3.00 रु. (50 यूनिट तक)

घरेलू ग्रामीण अनमीटर्ड

वर्तमान रेट-400 रु. प्रति किलोवॉटट/माह

प्रस्तावित रेट-500 रु. प्रति किलोवॉट/माह

सीएम-ऊर्जा मंत्री से मांग

उपभोक्ता परिषद अध्यक्ष ने सीएम और ऊर्जा मंत्री जी से मांग की है कि वे पूरे मामले पर हस्तक्षेप कर प्रस्तावित वृद्धि को वापस करायें. सबसे बड़ा चौंकाने वाला मामला तो यह है कि प्रदेश की बिजली कंपनियों ने बीपीएल गरीब बिजली उपभोक्ताओं, जिन्हें पहले 100 यूनिट तक सीमित किया गया था, अब उन्हें मात्र 50 यूनिट पर सीमित कर दिया गया है.