RANCHI:शहर की बड़ी आबादी के लिए हर दिन चार मोटर से करीब 38 एमजीडी पीने के पानी की आपूर्ति करने वाले रुक्का वाटर प्लांट से भी रुक-रुक कर पानी सप्लाई की जा रही है। इससे लगभग पूरे शहर में पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, रुक्का को 27 मई को दिन के 1.55 बजे के बाद से बिजली की आपूर्ति बंद हो गई। उसी दिन करीब पौन घंटा के लिए रात 8.25 से 10.30 बजे तक बिजली मिली। इसके बाद तीन दिन बाद भी वहां बिजली बहाल नहीं हो सकी। मंगलवार रात 11 बजे के करीब रुक्का को बिजली मिली, लेकिन बुधवार को भी पूरे दिन बिजली आती-जाती रही, इस कारण वाटर सप्लाई में परेशानी हुई।

हर घर में किचकिच

चार दिनों से पानी नहीं मिलने के कारण आमजन तरह-तरह से परेशान हैं। सुबह से लेकर रात तक परिवार के लोग पानी के जुगाड़ में भिड़े हुए हैं। इसके बावजूद परिवार में हर दिन पानी को लेकर किचकिच हो रही है। किसी का काम छूट रहा है तो कोई विलम्ब से काम पर पहुंच रहा है। दिन में परिवार के सदस्य पानी को लेकर शिकायत भी कर रहे हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं मिलने के कारण रसोईघर, कपड़ा साफ करने एवं यहां तक कि स्नान करने में भी परेशानी हो रही है। पीने का पानी लोग जार से मंगा रहे हैं।

बढ़ गई महंगे डीजल की खपत

चार दिनों तक लगातार बिजली नहीं रहने से जेनरेटर पर लोगों की निर्भरता बढ़ गई है। शहर के अधिकतर अपार्टमेंट में बिजली नहीं रहने के कारण दस-दस घंटे जेनरेटर से लोग बिजली जला रहे हैं। यही हाल उद्योगों का भी है। इंडस्ट्रीज को बिजली एक बार फि र परेशान करने लगी है। आलम यह है कि दिन में 6 से 7 घंटे का पावर कट आम बात हो चुकी है। कोकर इंडस्ट्रियल एरिया से लेकर टाटीसिलवे और नामकुम की स्थिति लगभग एक ही जैसी है। शहर के बाहरी इलाकों जैसे बीआइटी में तो पॉवर कट का आंकड़ा 10 घंटे तक जा रहा है। एक तो पॉवर कट ऊपर से डीजल की ऊंची कीमत। उद्यमी दोहरी मार झेल रहे हैं। रांची और आसपास के इलाकों के 160 से भी अधिक फैक्ट्री में इन दिनों उत्पादन कार्य पर बड़ा असर पड़ा है। झारखंड स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन की मानें तो हर दिन लाखों रुपए का कारोबार पॉवर कट के कारण प्रभावित हो रहा ह ।

बॉक्स।

मंत्री ने लगाई सीएम से गुहार

बिजली पानी को लेकर जनता सड़क पर है। झारखंड चैम्बर ऑफ कॉमर्स भी इन मुद्दों को लेकर गुस्से में है। वहीं सूबे के नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने बिजली आपूर्ति के लिए मुख्यमंत्री से गुहार लगाई है। वहीं, राजधानी में रहने वाले लोगों ने भी अपने जन प्रतिनिधियों से शिकायत की है और जल्द व्यवस्था ठीक करने का आग्रह किया है।

.बॉक्स

कांग्रेस ने भी सरकार को घेरा

कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने भी राजधानी में पानी बिजली को लेकर सरकार को घेरा। कांग्रेस पार्टी ने आरोप लगाया कि ऐसा नहीं कि आंधी-पानी कोई पहली बार रांची में आया है, ये तो हमेशा होता रहा है। पर ऐसी नारकीय स्थिति और उस पर से सरकार का आंख मूंद लेना शर्मनाक है। कांग्रेसियों का कहना था कि रिम्स और दूसरे स्वास्थ्य केन्द्रों में बिजली नहीं रहने से लोगों की जिंदगी खतरे में पड़ गई, पर राज्य के मुख्यमंत्री, मंत्रियों, विधायकों, सांसदों को तुरंत बिजली उपलब्ध करा दी जा रही है। बिजली को ठीक करने की जिम्मेदारी पॉली कैब कंपनी को दी गई है और यह कंपनी जब ठीक काम नहीं कर रही तो फि र सरकार ऐसी कंपनी को बाहर का रास्ता क्यों नहीं दिखाती, आखिर क्या वजह है कि भारी गड़बडि़यों के बावजूद पॉली कैब कंपनी पर सरकार कुछ ज्यादा ही मेहरबान दिख रही है।