- रिजर्वेशन के आधार पर प्रमोट हुए बिजली कर्मचारी हुए डिमोट

<- रिजर्वेशन के आधार पर प्रमोट हुए बिजली कर्मचारी हुए डिमोट

BAREILLY:

BAREILLY:

विभाग के उच्चाधिकारियों से सांठ-गांठ कर कोर्ट की आंखों में धूल झोंक रहे चार एसडीओ की सेटिंग का 'पावर' आखिरकार कट गया। शासन के सख्त होते तेवर के बीच फिजा बदली तो उच्चाधिकारी भी सजग हो गए। किसी झंझट में फंसने से पहले अधिकारी ने चारों एसडीओ को डिमोट कर दिया। हालांकि, इनमें से एक एसडीओ की डेथ हो चुकी है।

सेटिंग बनी चर्चा का विषय

चार एसडीओ को डिमोट किए जाने का मामला विभाग में चर्चा का विषय बना रहा। दबी जुबान से कर्मचारी-अधिकारी यह भी कह रहे हैं कि उस अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की जानी चाहिए, जिसने मेहरबानी की थी। डिमोट होने वालों में उनमें कुतुबखाना एसडीओ सेवक राम राणा, मीरगंज एसडीओ आरके सिंह, इज्जतनगर के एसडीओ त्रिवेणी सहाय जिनकी मौत हो चुकी है और सेकेंडरी वर्क के एसडीओ आरबी सागर शामिल है। इनको रिजर्वेशन के आधार पर एसडीओ के पद पर ख्0क्ख् में प्रमोट किया गया था। जबकि, इन्होंने नौकरी की शुरुआत तकनीकी सहायक से शुरू की थी। ख्00भ् में जेई बने और फिर प्रमोशन कर एसडीओ बना दिया गया। सूत्रों की मानें तो इनके पास डिप्लोमा और आईटीआई के सर्टिफिकेट भी नहीं है।

जेई भी है इस लाइन में

बिजली विभाग में एसडीओ ही नहीं बल्कि जेई पद पर भी कई कर्मचारी रिजर्वेशन के आधार पर तैनात हैं। एसडीओ के डिमोट का लेटर आने बाद उनके भी दिल की धड़कनें बढ़ गई है। शहर में राजू सागर, पवन चंद्रा, सुभाष कश्यप और राजेश सागर जो कि टीजी-ख् से प्रमोट होकर जेई बने है। यदि इनका भी डिमोशन होता है, तो इन्हें दोबारा से टीजी-ख् पद संभालना होगा।

कोर्ट के आदेश को ठेंगा

कोर्ट ने सपा सरकार को सितम्बर में ही रिजर्वेशन के आधार पर प्रमोट हुए लोगों को डिमोट करने के आदेश दिए थे, लेकिन अफसरों और कर्मचारियों ने पावर कॉरपोरेशन से सेटिंग कर अपना पद बरकरार रखा। पद के हिसाब से बढ़े हुए सेलरी का लाभ लेते रहे, लेकिन योगी सरकार आने के बाद गड़बडि़यों से पर्दा उठा। डिमोट करने के लिए बिजली विभाग के अधिकारियों के पास फ्राइडे को लेटर भी आ गया।

जो लोग रिजर्वेशन के आधार पर प्रमोट हुए है उन्हें डिमोट करने के आदेश मिले हैं। फिलहाल एसडीओ की लिस्ट आई है।

मोहम्मद तारिक वारसी, एसई, बिजली विभाग