- चुनाव के दौरान शहर के कैमरे बिजली के बिना नहीं कर सकते काम

- एसपी सिटी ऑफिस में बना है कंट्रोल रूम, जहां से रखी जाएंगी नजरें

- पंद्रह कैमरों में मुख्य चौराहे का एक कैमरा काम करने में दिखा नाकाम

Meerut: चुनाव के दौरान जनपद में पुलिस फोर्स मौजूद रहेगी। साथ ही शहरी इलाके में मुख्य चौराहों पर पुलिस की तीसरी आंख भी काम करेगी। इसके लिए कंट्रोल रूम एसपी सिटी के ऑफिस में बनाया गया है। जहां किसी गड़बड़ी के चलते तुरंत मौके पर पहुंचने के लिए पुलिस लाइन में बने कंट्रोल रूम पर सूचना देनी होगी। बड़ी बात यह है अगर उस दिन बिजली चली जाए तो तीसरी आंख एकदम ठप हो जाएगी। जहां से कुछ नहीं दिखाई देगा।

यह है कंट्रोल रूम

एसपी सिटी ऑफिस पर बने कंट्रोल रूम में सीसीटीवी कैमरों को एलसीडी स्क्रीन से कनेक्ट किया गया है। जिसमें पंद्रह चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। तीन स्क्रीन पर बारह चौराहे हैं और बाकी तीन पर मुख्य चौराहों का हाल देखा जा सकता है। बेगमपुल, हापुड़ अड्डा और रेलवे रोड चौराहे के लिए तीन स्क्रीन हैं। इसके साथ ही बच्चा पार्क, ईदगाह चौराहा, बुढ़ाना गेट, घंटाघर, दिल्ली रोड, ईव्ज चौराहा, बागपत अड्डा, कोतवाली, जली कोठी सहित बारह चौराहे शामिल हैं।

यह है सीन

इन टीवी स्क्रीन के जरिए शहर में नजर रखी जाती है। इस समय कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी स्क्रीन पर केवल ग्यारह जगहों का सीन दिखाई दे रहा है। जबकि चुनाव से पहले सभी सीसीटीवी कैमरे चले होने चाहिएं। खास बात ये कि अगर बिजली चली जाए तो पुलिस की यह तीसरी आंख एकदम अंधी हो जाती है। जिसमें कुछ नहीं दिखता। अब शहर में कुछ भी होता है तो इन सीसीटीवी कैमरों की स्क्रीन पर कुछ नहीं दिखेगा। ऐसे में पुलिस कंट्रोल रूम को जानकारी देने के लिए सड़कों पर लगी पुलिस ही काम करेगी।

ये हैं संवेदनशील

इन सीसीटीवी कैमरों से कई संवेदनशील इलाकों को कवर किया जाता है। जिनमें सबसे अधिक संवेदनशील इलाका ईव्ज चौराहा है। इंदिरा चौक पर कुछ भी हो सकता है। हापुड़ अड्डा तो काफी सेंसटिव एरिया में आता है। ईदगाह पर देखा जाए तो पूरा आवागमन वहीं से होता है। कोतवाली एरिया तो अतिसंवेदनशील एरिया में आता है। जहां लगा कैमरा बड़ी भूमिका निभाता है। वहां तो मिक्स आबादी भी बहुत है। साथ ही चुनाव के दौरान कुछ ना कुछ होता ही है। भले ही फोर्स शहर में होगी, लेकिन कंट्रोल रूम से कई देखी जा सकती हैं।