छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: आंधी और पानी के बाद बुधवार को शहर की बिजली फिर पटरी से उतरी रही। तेज हवा की चपेट में आने से शहर में चार जगहों पर तार टूट गए और तकरीबन 26 इंसुलेटर पंक्चर हो गए। पारडीह, बालीगुमा, करनडीह और जुगसलाई फीडर ब्रेक डाउन रहा। इन इलाकों में देर रात बिजली आपूर्ति बहाल हो सकी। इस दौरान लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

तेज आंधी चलते ही शहर के गैर कंपनी इलाकों की बिजली आपूर्ति बंद कर दी गई थी। आंधी के खत्म होने के बाद तकरीबन आठ बजे झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के इंजीनियरों ने अपने-अपने इलाकों की पेट्रोलिंग की। पेट्रोलिंग में पता चला कि मानगो में कुंवर बस्ती और डिमना रोड पर पेड़ की शाख गिरने से तार टूट गया है। इसे ठीक कर बिजली आपूर्ति चालू की गई। बालीगुमा इलाके में भी तार टूटा था। इस इलाके में देर रात तक बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो सकी थी। यहां कई जगह फाल्ट था। इंजीनियर देर रात तक फाल्ट की तलाश में लगे रहे। यही हाल, चांडिल से आने वाले कालीमंदिर फीडर का था। इस लाइन में भी तार टूटे और इंसुलेटर पंक्चर हुए। इस फीडर में ब्रेक डाउन होने से चेपा पुल, पारडीह, इकरा कॉलोनाी, गुलाब बाग, गरीब नवाज कॉलोनी, जाकिर नगर, जवाहर नगर आदि इलाकों की बिजली गुल रही। इस इलाके में भी इंजीनियर फाल्ट की तलाश में लगे रहे।

करनडीह के सुंदरनगर में भी ब्रेक डाउन

करनडीह के सुंदरनगर फीडर में भी ब्रेक डाउन रहा। यहां भी पेड़ की डाल गिरने से तार टूट गए थे। तार ठीक करने के बाद इस इलाके की भी बिजली चालू की गई। जुगसलाई में कई जगह तार टूटे हैं और इंसुलेटर पंक्चर हुए हैं। एसडीओ इमरान मुर्तजा ने फाल्ट दुरुस्त करने के बाद देर रात इस इलाके की बिजली आपूर्ति चालू की।

एई की वेतन वृद्धि पर रोक

तूफान में पटरी से उतरी लाइन को दुरुस्त करने में लापरवाही बरतने वाले चाईबासा एक सहायक इंजीनियर (एई) अजय कुमार पर कार्रवाई हुई है। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमिटेड के महाप्रबंधक एएन मिश्रा ने सहायक इंजीनियर की दो वेतन वृद्धि रोकने का आदेश तत्काल प्रभाव से जारी कर दिया है। साथ ही एई को चेतावनी भी जारी की गई है।