RANCHI: एक मई से बिजली बिल लगभग दोगुना भरने को तैयार हो जाईए। झारखंड स्टेट इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन(जेएसईआरसी)ने शुक्रवार को झारखंड बिजली वितरण निगम(जेबीवीएनएल) के बिजली दर में बढ़ोतरी प्रस्ताव पर औपचारिकताएं पूरी करते हुए नया टैरिफ जारी कर दिया है। इसके तहत डोमेस्टिक कंज्यूमर्स को जोर का झटका लगा है। इन्हें अब प्रति यूनिट तीन रुपए के बजाय 5.50 रुपए की दर से बिजली बिल का भुगतान करना होगा। हालांकि, कमीशन ने सरकार द्वारा कंज्यूमर्स को सब्सिडी देने की बात कही है।

इंडस्ट्री को मिली राहत, 7 प्रतिश्ात बढ़ा

इस टेरिफ में जहां डोमेस्टिक कंज्यूमर्स को बोझ अधिक दिया गया है। वहीं, व्यावसायिक एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं को राहत दी गई है। डोमेस्टिक कंज्यूमर्स का जहां अब वर्तमान दर से करीब 90 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। वहीं, व्यावायिक एवं औद्योगिक उपभोक्ताओं को राहत देते हुए अलग-अलग कैटोगरी में 7 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की गई है। इसमे से कई कैटेग्री में 15 से 20 प्रतिशत की कमी भी की गई है। नए टैरिफ प्लान में ग्रामीण व कृषि उपभोक्ताओं के बिजली दरों में मामूली बढ़ोतरी की गई है।

एक साल तक रहेगी प्रभावी

यह नई दर 2018 से 2019 तक के लिए प्रभावी रहेगी। इसे जारी करते हुए आयोग के चेयरमेन अरविंद प्रसाद और सदस्य तकनीकी आरएन सिंह ने बताया कि बिजली वितरण निगम ने करीब 200 प्रतिशत बढ़ोतरी का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद आयोग ने जनसुनवाई सहित सभी औपचारिकताएं पूर्ण करते हुए ओवर ऑल घरेलू बिजली दरों में 90 से 98 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी की है। साथ ही निगम को टीएंडी लॉस 15 प्रतिशत तक करने का निर्देश दिया गया है जो अभी 30 प्रतिश्ात तक है।

पहले 3 रूपए यूनिट था, अब 5.50 पैसे लगेगा

रांची में 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने पर तीन रूपए प्रति यूनिट की दर से बिजली बिल पे करना होता था। लेकिन एक मई से यह 5.50 रूपए प्रति यूनिट की दर से देना होगा। बिजली की दर तीन रुपए से बढ़कर 5.50 रूपए हाे गया है।

एक परिवार को एक हजार अधिक बोझ पड़ेगा

अपार्टमेंट या कॉलोनी में एक ही कनेक्शन से विभिन्न घरों को बिजली देने की स्थिति में भी बिजली दर में 90 फीसदी की वृद्धि हुई है। शहरी परिवारों पर 500 रुपए से एक हजार रूपए तक बिजली की बढ़ी हुई दर अधिक लगेगा। प्रदेश के शहरों में रहने वाले अधिकतर परिवारों पर हर महीने 1000 रुपए ज्यादा का बोझ बढ़ेगा। राजधानी में एक परिवार गर्मी के महीने में औसतन चार सौ यूनिट बिजली का उपयोग हर महीने करता है। इनकी बिजली दर तीन रूपए यूनिट से करीब 1200 रूपए बिल आता था जो अभी 5.50 रूपए बढ़ने के बाद करीब 2250 रूपए का ि1बल आएगा।

ग्रामीणों की जेब पर भी बोझ

गांवों में कुटीर च्योति योजना के तहत हर महीने 100 यूनिट से कम उपयोग करने पर बिजली दर में प्रति यूनिट करीब तीन रूपए का इजाफ ा किया गया है। अभी यह 1.25 रुपए प्रति यूनिट है, जो बढ़कर 4.40 रूपए प्रति यूनिट हो गई है। कुटीर च्योति योजना के तहत बिना मीटर का बिजली उपयोग करने वालों को मासिक शुल्क अब 60 रुपए से बढ़ाकर 250 रुपए कर दिया गया है।

कंज्यूमर को मिलेगी सब्सिडी, सरकार तय करेगी

बिजली के दर में बढ़ोतरी हो गई है। विद्युत नियामक आयोग ने कहा है कि जो नई दरें बढ़ाई गई है वह बिजली वितरण निगम के प्रस्ताव पर बढ़ाया गया है। अब सरकार जो डोमेस्टिक कंज्यूमर्स हैं उनको सब्सिडी देगी। सब्सिडी की राशी जून महीने के बिल में ही कम करके दिया जाएगा। यह घोषणा राज्य नियामक आयोग के अध्यक्ष ने किया। सरकार द्वारा अभी तक विचार नही किया गया है कि किस सेक्टर में किसे राहत सब्सिडी दी जाएगी। जल्द ही सरकार उसे सब्सिडी और राहत की घोषणा करेगी।

पिछले साल जून में बढ़ा था दर

पिछले साल जून महीने में बिजली की दर बढ़ाई गई थी। एक जुलाई 2017 से नई दरें लागू की गई थी। पिछले साल करीब 20 से 25 प्रतिशत तक डोमेस्टिक कंज्यूमर की बिजली बिल में बढ़ोतरी की गई थी।

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डिजिटल पेमेंट से कम देना होगा बिजली बिल

नियामक आयोग ने यह घोषणा की है कि बिजली बिल पेमेंट में कैशलेश डिजिटल सिस्टम को बढ़ावा दिया जाएगा। ब डिजिटल पेमेंट करने वाले उपभोक्ताओं को बिल का एक प्रतिशत या मैक्सिमम 250 रूपए तक की छूट मिलेगी। इसी तरह समय से पहले बिल पेमेंट करने वाले को बिल का .5 प्रतिशत तक की छूट मिलेगी।