-21 के बाद जेएसईआरसी कभी भी जारी कर सकता है बढ़ा हुआ टैरिफ

-एफजेसीसीआई ने टैरिफ बढ़ाने की प्रक्रिया पर उठाया सवाल, दोबारा जनसुनवाई की मांग

 

 

एफजेसीसीआई का विरोध
गौरतलब हो कि बिजली का दाम बढ़ाने के प्रस्ताव का फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर एंड कॉमर्स इंडस्ट्रीज(एफजेसीसीआई) द्वारा विरोध किया गया है। मामले में चैंबर की ओर से जेएसईआरसी में एक पिटीशन दायर कर कहा गया है कि झारखंड बिजली वितरण निगम द्वारा सही तरीके से ऑडिट रिपोर्ट वेबसाइट पर अपलोड नहीं की गई है। वहीं, जन सुनवाई के बाद सुझाव व निर्णय अपलोड भी नहीं किया गया है। फेडरेशन ने दोबारा जनसुनवाई कर नया रेट जारी करने की मांग की है।

क्या कहता है चैंबर
एफजेसीसीआई के महासचिव कुणाल अजमानी ने बताया कि झारखंड में बिजली वितरण निगम की नाकामियों का ठीकरा आम जनता और व्यवसायियों पर फ ोड़ने की तैयारी है। झारखंड बिजली वितरण निगम की ओर से जिस तरह से प्रस्ताव देने से पहले ना ऑडिट रिपोर्ट अपलोड की गई और ना ही दूसरे कागजात पूरे किए गए और दर बढ़ाने का प्रस्ताव दे दिया गया, ये सरासर गलत है। सभी जगह जनसुनवाई भी हो गई, लेकिन जो ऑडिट रिपोर्ट है उसके आधार पर कहीं भी लोगों ने चर्चा नहीं की। इसलिए अब दोबारा से हर जगह जन सुनवाई की जाए उसके बाद ही नया रेट जारी किया जाए।

जेएसईआरसी में फैसला सुरक्षित

चैंबर की ओर से जेएसईआरसी में केस दर्ज कराया गया है। इस पर कमिशन ने हियरिंग करके फैसला को सुरक्षित रख लिया है। 21 अप्रैल को निकाय चुनाव के बाद कभी भी आदेश पर आर्डर आ जाएगा। उसके बाद नया रेट जारी किया जा सकता है। नया रेट अप्रैल के अंतिम सप्ताह में जारी होगा और एक मई से बढ़ा हुआ दाम लागू हो जाएगा।

जानिए, क्या है बिजली दर का प्रस्ताव

डोमेस्टिक
रूरल 6.25 रुपए प्रति यूनिट

अरबन 7.00 रुपए प्रति यूनिट

कॉमर्शियल

रूरल 6.50 रुपए प्रति यूनिट

अरबन 6.50 रुपए प्रति यूनिट