- कुतुबखाना सब स्टेशन पर हुआ जमकर हंगामा, शहर विधायक से भी हुई धक्का-मुक्की

- पकड़ी गई चोरी तो कर्मचारियों ने काट दी शहर की बिजली, पब्लिक में रहा गुस्सा

- सुबह 11 बजे से देर शाम तक चलता रहा हंगामा और बवाल,

BAREILLY:

बिजली विभाग के जेई की रिश्वतखोरी का फ्राइडे को भांडा फूटा, तो जमकर हंगामा मचा। गुस्साए लोगों ने शहर विधायक अरुण कुमार के साथ कुतुबखाना सब स्टेशन पर हल्ला बोल दिया। रिश्वत मांगने वाले कर्मचारियों को सस्पेंड करने की मांग उठने लगी। जेई के सस्पेंशन की संस्तुति और एसडीओ के खिलाफ इंक्वॉयरी बैठी तो बिजली कर्मचारी भी विरोध में सड़क पर उतर आये। कर्मचारियों ने पूरे शहर की बत्ती काट दी और धरने पर बैठ गये। बिजली कटने से शहर में अंधेरा छा गया। पानी-बिजली की समस्या से लोग बेचैन हो गये। बिजली कटौती से लोग भड़क गये। कुतुबखाना सब स्टेशन पर ताला जड़ बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करने लग गये। लिहाजा, एडीएम सिटी ओमप्रकाश वर्मा ने मौके पर पहुंच कर मामला संभाला।

नया कनेक्शन देने के नाम पर पैसे की मांग

शाहबाद नैनीताल रोड निवासी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी के पौत्र विनोद कुमार ने दो महीने पहले बिजली कनेक्शन के लिए कुतुबखाना सब स्टेशन पर अप्लाई किया था। जेनरेटर मैकेनिक विनोद से बिजली कर्मचारियों ने नया कनेक्शन लगाने के बदले 4 हजार रुपए की रिश्वत मांगी। कुतुबखाना के जेई जगदीश ने भी रुपए मांगे। रिश्वत न देने पर बिजली कर्मचारी विनोद को दौड़ाते रहे। इस बीच विनोद शहर विधायक अरुण कुमार से मिला। अरुण कुमार के अपने लेटर हेड पर 23 जुलाई व 2 अगस्त को कनेक्शन लगाने के लिए लिख कर भी दिया।

कार्रवाई की मांग लेकर होता रहा 4 घंटे हंगामा

इसके बाद भी विनोद को बिजली कनेक्शन नहीं मिला और कर्मचारी इधर-उधर दौड़ते रहे। अपनी शिकायत लेकर विनोद फ्राइडे को एक बार शहर विधायक अरुण कुमार के पास पहुंचा। फिर क्या था विधायक और उनके दल के समर्थक सहित दर्जनों लोगों ने कुतुबखाना सब स्टेशन पर फ्राइडे दोपहर 11 बजे हल्ला बोल दिया। पैसे मांगने की बात पर जेई जगदीश, अवनीश कुमार त्रिपाठी के खिलाफ लोगों के बीच काफी गुस्सा देखने को मिला। इस बीच बिजली कर्मचारियों से विधायक, पब्लिक की जमकर धक्का-मुक्की हुई। बवाल की सूचना पाकर तुरंत एसएचओ कोतवाली गितेश कपिल और प्रशासन के अधिकारी पहुंच गये। गुस्साई भीड़ जेई को सस्पेंड करने की मांग करने लगी। फ‌र्स्ट डिवीजन के एक्सईएन राकेश सिंह ने जेई जगदीश को सस्पेंड किये जाने को लेकर एसई मनोज पाठक को लेटर लिखने एसडीओ के खिलाफ जांच बैठाने जाने की बात पर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। दोपहर तीन बजे तक सब स्टेशन पर यही चलता रहा।

चीफ इंजीनियर कार्यालय पर धरने पर बैठे गये कर्मचारी

हालांकि, जेई और एसडीओ के खिलाफ कार्रवाई होने की बात बिजली विभाग के बाकी कर्मचारियों को नागवार गुजरी। उन्होंने शहर के सभी 19 सब स्टेशन से बंद कर बिजली सप्लाई रोक दिया। एकजुट होकर बिजली विभाग के चीफ इंजीनियर कार्यालय के सामने धरने पर बैठ गये। राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के क्षेत्रीय अध्यक्ष देवेंद्र सिंह ने चीफ इंजीनियर को ज्ञापन सौंपते हुए कहा कि शहर विधायक अरुण कुमार के भतीजे आयुष सक्सेना और अधिक लोगों ने जेई के साथ मारपीट की है। जबकि, जेई सब स्टेशन पर बैठकर अपना काम कर रहे थे। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई थी जेई संगठन धरने पर चले जाएंगे। किसी भी अशांति के लिए प्रशासन और प्रबंधन जिम्मेदार होगा।

बिजली कटौती से पब्लिक में भड़का गुस्सा

पूरे शहर में बिजली सप्लाई बंद होने से पब्लिक परेशान हो उठी। बिजली, पानी की समस्या से लोग बेचैन हो उठे। शाम 4 से रात 11 बजे तक सब स्टेशन बंद रहे। लोगों के सब्र का बांध टूट गया। गुस्साई पब्लिक ने कुतुबाखाना सब स्टेशन पर ताला जड़ कर हंगामा करना शुरू कर दिया। लोगों का कहना था कि कर्मचारियों को विरोध जताने का हक है। लेकिन उन्हें बिजली सप्लाई रोकने का कोई हक नहीे है। बिजली कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए। हंगामा बढ़ते देख एडीएम सिटी ओमप्रकाश वर्मा ने मौके पर पहुंच गये। उन्होंने दोषी कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया। तब कही जाकर लोगों का गुस्सा शांत हुआ। वहीं दूसरी ओर डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह सर्किट हाउस में बिजली विभाग के अधिकारियों साथ मीटिंग का समस्या का समाधान निकालने में जुटे रहे।

कर्मचारियों को बिजली कटौती कर विरोध जताने का कोई हक नहीं है। अचानक बिजली कटौती किये जाने से पूरे शहर के लोग परेशान हुए हैं। मामले की शिकायत जन सूचना में दर्ज कराई है।

सुनील खत्री, व्यापारी

किसी काम के लिए रिश्वत मांगना गलत है। बिजली कर्मचारियों के खिलाफ आये दिन शिकायत मिलती है। जबरदस्ती बिजली कटौती करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।

विशेष कुमार, समाजसेवी