यह शिकायतें आई और इनका हुआ निस्तारण

-180682 शहर में उपभोक्ताओं की संख्या

-300 शिकायतें फरवरी में आई -50 शिकायतों का फरवरी में किया गया निस्तारण

-529 शिकायतें मार्च में आई -220 शिकायतों का हुआ निस्तारण

-450 शिकायतें अप्रैल में आई

-304 शिकायतों का अप्रैल में किया गया निस्तारण

- कंज्यूमर्स की कॉल हर हाल में करनी होगी रिसीव, न करने पर होगी कार्रवाई

- शिकायत आने के टाइम से लेकर निस्तारण तक की रिपोर्ट अधिकारियों को देनी होगी

बरेली : बरेलियंस को अक्सर शिकायत रहती है कि बिजली विभाग में कोई भी जानकारी लेनी हो या कंप्लेन करनी हो तो फोन नहीं उठता है. कई बार फोन उठा लेते हैं तो सही से जानकारी नहीं देते हैं. अब कंज्यूमर्स की कंप्लेन को इग्नोर करना या उनका फोन रिसीव न करना भारी पड़ सकता है. उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कन्ज्यूमर्स की शिकायतों का फौरन निस्तारण करने का आदेश उच्चाधिकारियों को दिया है. ऐसा न करने वाले अफसरों को कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है.

फाल्ट की भी देनी होगी जानकारी

25 अप्रैल को विभागीय अफसरों ने सभी डिवीजनों के जेई, एक्सईएन के साथ बैठक कर आदेशित किया कि अगर किसी इलाके में लगे ट्रांसफार्मर में बड़ा फाल्ट हुआ तो उन्हें कंज्यूमर्स को पूरी जानकारी देनी होगी. उन्हें कंज्यूमर्स को बताना होगा कि फाल्ट कहां पर हुआ है और ठीक होने में लगने वाले समय के बारे में भी बताना होगा.

हर गतिविधि की भेजनी होगी रिपोर्ट

पहले कंट्रोल रूम में आने वाली शिकायतों के लिए कोई भी प्रभारी नियुक्त नहीं किया गया था लेकिन अब अब प्रभारी की नियुक्ति कर दी गई है. जो कंट्रोल रूम में आने वाले शिकायतों पर नजर रखेगा. साथ ही जेई को अपने जोन में आने वाले शिकायतों की निगरानी से लेकर निस्तारण की जिम्मेदारी दी गई है. शिकायत कब आई और टीम कब भेजी गई. निस्तारण में कितना वक्त लगा आदि सभी बिंदुओं की रिपोर्ट तैयार कर एक्सईएन को देनी होगी.

हर माह भेजनी होगी रिपोर्ट

शहरवासियों को शिकायतों को कितना समाधान हुआ. इसकी रिपोर्ट हर माह उच्चाधिकारियों की जांच के बाद कॉरपोरेशन को भेजी जाएगी. रिपोर्ट भेजने में देरी होने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी कार्रवाई हो सकती है.

कंप्लेन पेंडिंग पर लगी थी क्लास

हाल ही में बिजली विभाग के अधिकारियों ने चारों डिवीजनों का निरीक्षण किया तो तीन माह में आने वाली शिकायतों में से कुछ ही शिकायतों का निस्तारण संबंधी रिपोर्ट मिली थी जिसके बाद अधिकारियों ने रिपोर्ट कॉरपोरेशन को भेजी तो कॉरपोरेशन ने विभागीय अधिकारियों को व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश जारी किए.

वर्जन :

तीन माह की शिकायतों में अफसरों की भूमिका उदासीन पाई गई जिसके बाद कॉरपोरेशन ने आदेश जारी किया है अब अफसरों को शिकायत निस्तारण करना होगा, इसमें उदासीनता बरतने पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

एनके मिश्रा, एसई.