- बीआरडी मेडिकल कॉलेज में संविदा पर 214 पदों के लिए हुई थी भर्ती प्रक्रिया

-शासन ने 109 पदों के लिए वेतन का बजट ही नहीं किया पास

GORAKHPUR: इंसेफेलाइटिस से पीडि़त के इलाज के लिए बीआरडी मेडिकल कॉलेज में क्00 बेड का स्पेशल वार्ड बनाया गया था। वार्ड के लिए संविदा पर कर्मचारियों की नियुक्ति होनी थी। करीब ख्क्ब् पदों पर भर्ती प्रक्रिया भी पूरी हो चुकी है। शासन से इन पदों के लिए वेतन आना था लेकिन जब वेतन की स्वीकृति हुई तो बीआरडी प्रशासन के पैरों तले जमीन खिसक गई। शासन ने क्09 पदों का वेतन ही स्वीकृत नहीं किया। जबकि उनकी भर्ती प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। अब वेतन न आने के कारण उनका रिजल्ट रोक दिया गया है। ऐसी स्थिति में स्वास्थ्य सेवाएं ठप होने की कगार पर हैक्

ख्क्ब् पदों के लिए हुई थी भर्ती प्रक्रिया

बीआरडी मेडिकल कॉलेज में क्00 बेड के वार्ड के लिए संविदा पर कुल ख्क्ब् पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया हुई थी, जिसमें डॉक्टर, नर्स, वार्ड ब्वाय, वार्ड आया समेत कई पद थे, लेकिन शासन ने कुल क्09 सृजित पदों के लिए वेतन का बजट ही पास नहीं किया जिसके चलते भर्ती के रिजल्ट को रोक दिया गया। मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उनके वेतन के लिए शासन से ब् करोड़ 8ब् लाख रुपए की डिमांड की थी, जबकि शासन ने वेतन के लिए केवल क् करोड़ 8भ् लाख रुपए ही पास किया है, जिसमें केवल डॉक्टर्स और नर्स का ही वेतन है, जबकि हाल ही में मेडिकल कॉलेज दौरे पर आए प्रमुख सचिव ने कहा भी था कि मेडिकल कॉलेज प्रस्ताव बनाकर भेजे शासन से उन्हें स्वीकृत कराई जाएगी, लेकिन आश्वासन के बाद भी बजट पास नहीं हुआ।

जिन पदों के लिए बजट नहीं आया है उसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। बजट आने पर प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

डॉ। के.पी कुशवाहा, प्रिंसिपल, बीआरडी मेडिकल कॉलेज