- कैंपस में धरनारत पत्राचार कर्मचारियों को हटाने के लिए प्रशासन को लिखा था पत्र

- नहीं पहुंची फोर्स, जारी रखते हुए पत्राचार कर्मियों का पलटवार

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन और पत्राचार पाठ्यक्रम एवं सतत् शिक्षा संस्थान कर्मचारियों के बीच ठनी जंग गुरुवार को और तेज हो गई। यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार की ओर से कैंपस में धरनारत कर्मचारियों को हटाने के लिए जिला प्रशासन से मदद मांगी गई थी, लेकिन फोर्स नहीं पहुंची। इसके कारण कर्मचारियों का धरना जारी रहा। रजिस्ट्रार की इस सख्ती पर पलटवार करते हुए पत्राचार कर्मचारियों ने भी जिलाधिकारी को पत्र भेजकर वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए धरने के साथ ही घेराव एवं आमरण अनशन का भी सहारा लेने की बात कही है।

डीएम को पत्र लिखकर बताया दर्द

कर्मचारियों ने डीएम को भेजे गए पत्र में विवि ऑफिसर्स को आइना दिखाते हुए कहा है कि उन्हें सत्रह माह से बकाया वेतन नहीं दिया गया। जिससे कर्मचारियों का परिवार भुखमरी की कगार पर है। दो कर्मचारी कैंसर व एक कर्मचारी पक्षाघात जैसी गंभीर बीमारी से जूझ रहा है। लेकिन विवि प्रशासन की ओर से कोई त्वरित कार्रवाई नहीं की जा रही। विदित हो कि रजिस्ट्रार ने वेडनसडे को कमिश्नर, डीएम, आईजी एवं एसएसपी को पत्र लिखकर धरनारत कर्मचारियों को तत्काल कैम्पस से बाहर निकालने की गुहार लगाई थी। उन्होंने धरने को लॉ एंड आर्डर के लिए भी खतरा बताया था। थर्सडे को प्रदर्शन में जगन्नाथ शाह, रामानुज सिंह, विजय कुमार शुक्ला, वीरेन्द्र कुमार सिंह, राज कुमार यादव, विनोद कुमार मिश्रा आदि मौजूद रहे।