- इंद्रा नगर में अतिक्रमण हटाने में भी नगर निगम ने किया खेल

-लाल निशान लगे होने के बावजूद बिना अतिक्रमण हटाए लौट गई टीम

बरेली : शहर को अतिक्रमण मुक्त करने के नाम पर जमकर मनमानी की जा रही है। कई बार फजीहत होने के बाद भी नगर निगम के कर्मचारी अतिक्रमण हटाने में पक्षपात करने से बाज नहीं आ रहे हैं। पिछले दो दिनों में इंद्रा नगर में चलाए गए अतिक्रमण हटाओ अभियान में भी यही हुआ। लाल निशान लगे होने के बावजूद कई अवैध निर्माण को नगर निगम की टीम ने छुआ तक नहीं, जबकि पास ही दूसरे अतिक्रमण को टीम ने ढहा दिया। वहीं अतिक्रमण हटाने के बाद न तो टीम मलबा हटा रही है और न ही नियमानुसार अतिक्रमकारियों से जुर्माना लिया जा रहा है। इसे लेकर क्षेत्रीय पार्षद सतीश चंद्र ने नगर आयुक्त से शिकायत की है।

लगे पक्षपात के आरोप

थसर्ड को नगर निगम की टीम ने इंद्रा नगर में राजकुमार अग्रवाल, सतीश गुप्ता, आरती इलेक्ट्रिकल्स व एक लेडिज टेलर्स शॉप के बाहर किया गया अतिक्रमण ध्वस्त कर दिया था, लेकिन पास ही कुछ और मकानों के बाहर किया गया अतिक्रमण नहीं हटाया गया। इसे लेकर लोगों ने पक्षपात के आरोप भी लगाए, लेकिन टीम अतिक्रमण हटाए बिना वापस लौट गई।

घर के सामने छोड़ दिया मलबा

इंद्रा नगर में नगर निगम की टीम थर्सडे को मकानों के आगे किया गया अतिक्रमण हटाने के बाद टीम वापस लौट गई, लेकिन मलबा सड़क पर ही छोड़ दिया। जबकि नियमानुसार मलबा भी तुरंत ही हटवाया जाना चाहिए। लोगों का कहना है कि नगर निगम की टीम की ऐसी कार्रवाई से परेशानी और बढ़ गई है।

नहीं लगाया जुर्माना

नगर निगम बोर्ड की बैठक में निर्णय लिया गया था कि अतिक्रमण हटाने के दौरान अतिक्रमणकारियों से जुर्माना भी वसूला जाएगा, जिससे टीम में शामिल स्टाफ और जेसीबी आदि के खर्च का अतिरिक्त बोझ नगर निगम पर न पड़े, लेकिन पिछले दो दिनों में हुई कार्रवाई में टीम ने किसी भी अतिक्रमणकारी से जुर्माना नहीं वसूला।

मौके पर नहीं जाते प्रभारी

पिछले दो दिनों में जब भी टीम राजेंद्र नगर में अवैध निर्माण ढहाने गई उस वक्त अतिक्रमण प्रभारी ललतेश सक्सेना टीम के साथ नहीं थे, जबकि नगर आयुक्त ने हाल ही में आदेश दिया था कि प्रभारी को मौके पर जाना पूर्ण रुप से अनिवार्य है।

वर्जन

अतिक्रमण हटाने में नियमों का उल्लंघन हुआ है तो संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों से स्पष्टीकरण मांगा जाएगा। गाइड लाइन फॉलो करना सभी के लिए जरूरी है। राजेश कुमार श्रीवास्तव, नगर आयुक्त