- कहीं पार्किंग तो कहीं नालों पर हो गया पक्का निर्माण

- प्रशासन से लेकर नगर निगम चला चुका हैं खानापूर्ति के अभियान

मेरठ। वार्डो में विकास की सच्चाई को लेकर दैनिक जागरण आई नेक्सट ने लगातार डेढ़ महीने तक हकीकत छापी थी। विकास की हकीकत को जानने के लिए में हमने पांच कैटीगिरी में बांटा। जिसमें बिजली, गंदगी, नाला व नाली, सड़क और आवरा पशु। जिसके आधार पर वार्ड का रिपोर्ट कार्ड तैयार किया गया। हर समस्या को दस नंबर दिए गए। किसी भी वार्ड में विकास कार्य दस में पांच नंबर भी नहीं पा सके। ओवरऑल शहर के किसी भी वार्ड की स्थिति अच्छी नहीं है। बहरहाल हम आज बात करेंगे शहर में हो रहे अतिक्रमण पर। शहर में अतिक्रमण का यह हाल के मुख्य मार्ग तो शायद ही कोई ऐसा होगा। जहां पर जाम न लगता हो। अतिक्रमण हटाने को लेकर अनेक बार प्रशासन और नगर निगम मिलकर अभियान चला चुके हैं। लेकिन वह अभियान केवल खानापूर्ति होकर रह गया। क्योंकि जहां से जहां से इन्होंने अतिक्रमण हटाया वहां पर दोबारा से अतिक्रमण हो गया।

जनता परेशान

अतिक्रमण के कारण जनता को अनेक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सबसे बड़ी समस्या जनता को जाम की है। शहर के अधिकांश मुख्य मार्गो पर जाम की समस्या से जूझती रहती है। दस मिनट का रास्ता तय करने में उनको करीब आधा घंटे का समय लगता है। ऐसा नहीं है कि अधिकारियों को इस समस्या से जूझना नहीं पड़ता।

यह है समस्या

- अतिक्रमण के प्रति प्रशासन और नगर निगम के अधिकारी गंभीर नहीं

- आदेशों का पालन करने के लिए चलाते हैं अभियान

- हटाने के बाद दोबारा से हो जाता है अतिक्रमण, नहीं है कानून का खौफ

- नालों के ऊपर कर रखा है पक्का निर्माण

वार्ड 1 से 20- 10 में से 4

वार्ड 20 से 40- 10 में से 4

वार्ड 40 से 60- 10 में से 5

वार्ड 60 से 80- 10 में से 4

शहर में अतिक्रमण बहुत बड़ी समस्या है। इसके कारण शहर में जाम रहता है। पुलिस वाले चौराहों पर खड़े होकर देखते रहते हैं।

आलोक सिंद्यल

अतिक्रमण का तो बुरा हाल है। लोगों को इस बात को समझना चाहिए। इसके वजह से बहुत परेशानी होती है। बावजूद इसके कोई भी अतिक्रमण हटाने के लिए तैयार नहीं है।

राजू मिश्रा

अनेक बार शहर में अतिक्रमण हटाया गया। लेकिन दोबारा से अतिक्रमण हो गया। समस्या जस की तस बन हुई है। ऐसे अभियान चलाने से क्या फायदा है।

शोभित

शहर में अतिक्रमण हर जगह है। चाहे फिर मुख्य मार्ग हो या फिर गली मोहल्ले हर किसी ने अतिक्रमण कर रखा है।

ब्रजेश मिश्रा