19 जून को असेम्बली का सेशन

अब नीतीश सरकार असेम्बी के स्पेशल सेशन में अपना बहुमत साबित करेगी। 19 जून को असेम्बली का सेशन बुलाया गया है। जेडीयू ने कहा कि किसी हाल में सिद्धांत से समझौता नहीं किया जा सकता। वहीं, शरद यादव ने भी एनडीए के संयोजक के पद से रिजाइन कर दिया।

और ऐसे टूटा रिश्ता

नीतीश कुमार ने सीएम हाऊस में मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमने गठबंधन नहीं तोड़ा, हमें इसके लिए मजबूर किया गया। अगर दीवाल पर लिखी लिखावट हम नहीं देखेंगे, तो लोग हमें गलत कहेंगे। हमारा गठबंधन भाजपा से खत्म हो गया। वहीं, शरद यादव ने कहा कि 17 साल से चल रहा था यह गठबंधन। हमने कई उतार-चढ़ाव देखा, मगर सात महीने से स्थिति बदल गई थी। अब चलना मुश्किल था।

हमारा और उनका रास्ता अलग

हमने फैसला लिया है कि अब हमारा और उनका रास्ता अलग होगा। पार्टी ने मुझे और नीतीश जी को अधिकृत किया था निर्णय लेने के लिए और यही उचित था। पार्टी के लोगों से बातचीत कर यह फैसला लिया गया है। उन्होंने कहा कि अब एनडीए के संयोजक पद से भी इस्तीफा दे रहा हूं। मंडे को जेडीयू विधानमंडल दल की बैठक तीन बजे से सीएम हाऊस में बुलाई गई है।

टूट का दर्द भी तो जश्न भी

गठबंधन टूटने का दर्द जो हो, पर बीजेपी और जेडीयू दोनों के ऑफिस में इस गठबंधन के टूटने पर पटाखे फोड़े गए। बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने जहां जश्न मनाया, वहीं जेडीयू ने भी जमकर खुशी मनाई और इस गठबंधन से मुक्त करने के लिए नीतीश कुमार को धन्यवाद दिया। हालांकि इस टूट के लिए बीजेपी और जेडीयू दोनों ने ही एक-दूसरे को जिम्मेदार बताया है।

18 को बीजेपी का बिहार बंद

बीजेपी ने जेडीयू पर गठबंधन को तोडऩे का आरोप लगाते हुए नीतीश कुमार से रिजाइन की मांग की है। बीजेपी लीडर सुशील कुमार मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार को रिजाइन कर देना चाहिए, क्योंकि वे एनडीए गठबंधन की ओर से चुने हुए थे। मोदी ने इसे विश्वासघात बताया।

विश्वसाघात दिवस के रूप में मनाया जाएगा

18 जून को बिहार बंद की घोषणा करते हुए उन्होंने कहा कि इसे विश्वसाघात दिवस के रूप में मनाया जाएगा। सियासी जगत में संडे का दिन काला दिन है। सुशील मोदी ने यह भी कहा कि नरेन्द्र मोदी से लोग घबरा गए हैं और वे पच नहीं रहे। यही नहीं, सुशील मोदी ने यह भी कहा कि अति पिछड़े को पहली बार आगे किया गया, तो नीतीश कुमार को अपना वोट बैंक खिसकने का डर दिख गया।