-दुधली भदराज पहाड़ी में मेले का आज हुआ समापन

-श्रद्धालुओं ने भगवान बलभद्र का दुग्धाभिषेक किया

-दूध, मक्खन व घी से भगवान की पूजा अर्चना की

MUSSOORIE : साढ़े सात हजार फीट की ऊंचाई पर तथा मसूरी से लगभग आठ किमी की दूरी पर दुधली भदराज पहाड़ी पर स्थित भदराज मंदिर में दो दिवसीय मेला आज संपन्न हो गया। मेले में जौनसार, पछुवादून, जौनपुर, मसूरी, विकासनगर, देहरादून सहित समीपवर्ती अन्य ग्रामीण इलाकों से आए हजारों श्रद्धालुओं ने भगवान बलभद्र का दुग्धाभिषेक कर दूध, मक्खन व घी से पूजा अर्चना कर अपने परिवार की खुशहाली व सुरक्षा व पशुधन व फसलों की रक्षा की मनौतियां मांगी। शनिवार को शुरू हुआ दो दिवसीय पारंपरिक मेला रविवार को सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियों के साथ संपन्न हो गया।

राक्षस पशुओं को खा जाता था

मंदिर समिति के अध्यक्ष बलबीर सिंह चौहान ने बताया कि ऐसी मान्यता है कि दुधली पहाड़ी पर पछुवादून व जौनपुर की सिलगांव पट्टी के ग्रामीण चौमासे में अपने पशुओं को लेकर उक्त पहाड़ी पर चले जाते थे। लेकिन पहाड़ी पर एक राक्षस उनके पशुओं को खा जाता था। मवेशी पालकों को भी परेशान करता था, जिस पर ग्रामीण भगवान बलराम के पास सहायता के लिए पहुंचे।

ऐसे हुई बलराम की पूजा शुरू

बलराम ने ग्रामीणों को मायूस नहीं किया और पहाड़ी पर जाकर राक्षस का अंत कर, चरवाहों के साथ लंबे समय तक पशुओं को चराया। इसीलिए ग्रामीणों ने भगवान बलराम का मंदिर यहां पर बनाकर उनकी पूजा शुरू की गई, जो आज भी जारी है। ऐसी मान्यता है कि भगवान बलभद्र आज भी उनके पशुओं की रक्षा करते हैं। मेले में मंदिर समिति महासचिव बचनसिंह पुण्डीर, कोषाध्यक्ष बलवंत सिंह तोमर सहित अनेकों लोग उपस्थित थे। पं। मोहनलाल तिवारी ने भगवान बलभद्र की पूजा संपन्न करवाई।