अध्ययन में पता चला कि एनर्जी ड्रिंक पीने के बाद इन लोगों के ह्रदय का संकुचन पहले से ज़्यादा तेज़ हो गया था.

साइड-इफ़ेक्ट

शोधकर्ताओं की टीम ने उत्तरी अमरीका की रेडियोलॉजिकल सोसायटी की वार्षिक बैठक में बताया कि कुछ बीमारियों से परेशान बच्चों और लोगों को एनर्जी ड्रिंक से बचना चाहिए. शोधकर्ता डॉक्टर योनास डॉर्नर ने कहा, ''अभी तक हमें पूरी तरह से इस बात का पता नहीं चला है कि इन एनर्जी ड्रिंक का ह्रदय के काम करने पर ठीक-ठीक क्या असर पड़ता है.''

उन्होंने कहा, ''कोला और कैफीन युक्त दूसरे पेय पदार्थों की अपेक्षा इन एनर्जी ड्रिंक में कैफीन की मात्रा तीन गुना तक ज्यादा होती है.''

डॉक्टर डॉर्नर ने कहा, ''ज्यादा मात्रा में कैफीन सेवन करने से बहुत से साइड-इफ़ेक्ट होते हैं जैसे, दिल की धड़कन बढ़ना, घबराहट और उच्च रक्तचाप. कई बार गंभीर मामलों में यह अचानक हुई मौत के लिए भी ज़िम्मेदार होती है.''

शोधकर्ताओं ने शोध में हिस्सा लेने वाले लोगों को सौ मिलीलीटर में 32 मिली ग्राम कैफीन वाला एक ड्रिंक और सौ मिलीलीटर में 400 मिली ग्राम टौरीन वाला एक दूसरा ड्रिंक पीने को दिया.

त्वरित प्रभाव

शोधकर्ताओं ने पाया कि ड्रिंक के पीने के एक घंटे बाद दिल का बायां वेंट्रिकल (जो पूरे शरीर में खून भेजता है) पहले से ज्यादा तेज़ी से संकुचित हो रहा था.

डॉक्टर डॉर्नर ने आगे बताया, ''हमें पता चला कि एनर्जी ड्रिंक पीने से ह्रदय सबंधी संकुचन पर तेज़ असर होता हैं. हमें अभी तक यह पता नहीं चला है कि इस संकुचन के बढ़ने से व्यक्ति की रोज़मर्रा की गतिविधियों और एथलेटिक प्रदर्शन पर कितना असर पड़ता है.'' ह्रदय संबंधी बीमारियों से पीड़ित लोगों पर होने वाले असर का भी अभी तक पता नहीं चला है.

बहरहाल, शोध करने वाली टीम ने सलाह दी है कि अनियमित ह्रदय गति वाले बच्चों और लोगों को इन पेय पदार्थों से बचना चाहिए. ब्रिटिश सॉफ्ट ड्रिंक्स एसोसिएशन पहले ही यह कह चुका है कि  ये एनर्जी ड्रिंक बच्चों के लिए नहीं हैं.

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