- शराब तस्करी में इंजीनियर सहित दो अरेस्ट

- क्राइम ब्रांच, झंगहा पुलिस की टीम को मिली कामयाबी

GORAKHPUR: हरियाणा के पलवल में प्राइवेट फैक्ट्री के केमिकल इंजीनियर को उसका लालच ले डूबा। छुट्टियों में घर जाने के दौरान शराब ले जाने से हुए मुनाफे से प्रभावित होकर इंजीनियर परमानेंट तस्करी के कारोबार में जुट गया। गुरुवार की सुबह क्राइम ब्रांच और झंगहा थाना की पुलिस ने उसे अरेस्ट कर लिया। चेकिंग के दौरान इंजीनियर की कार से 22 पेटी अंग्रेजी शराब बरामद हुई। एसपी नार्थ गणेश साहा ने बताया कि तस्करी के लिए इंजीनियर हरियाणा और बिहार के वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर का इस्तेमाल करता था।

चेकिंग में मिली 22 पेटी शराब

एसओ झंगहा सुनील सिंह को शराब की तस्करी के संबंध में सूचना मिली थी। किसी ने बताया कि हरियाणा में बनी शराब की खेप बिहार पहुंचाई जा रही है। गुरुवार की सुबह क्राइम ब्रांच की टीम संग एसओ ने दुबियारी पुल के पास चेकिंग शुरू कर दी। गोरखपुर से देवरिया जा रही कार को रोककर तलाशी ली तो उसमें हरियाणा में बनी 22 पेटी अंग्रेजी शराब, बिहार और हरियाणा के वाहन रजिस्ट्रेशन नंबर की प्लेट बरामद हुई। पुलिस ने कार सवार दो लोगों को हिरासत में ले लिया।

शुरू कर दी शराब की ढुलाई

पुलिस की पूछताछ में दोनों की पहचान बिहार, गोपालगंज के कुशहरमठिया निवासी नीतेश सिंह, और अलीगढ़ नई बस्ती निवासी सौरभ के रूप में हुई। नीतेश केमिकल इंजीनियर है। वह पलवल की एक प्राइवेट कंपनी में काम करता है। सौरभ उसकी कार चलाता है। नीतेश ने पुलिस को बताया कि कुछ दिन पहले वह शराब लेकर गांव गया। वहां उसकी अधिक कीमत मिलने पर तस्करी शुरू कर दी। एक बार खेप ले जाने पर उसे कम से कम 32 हजार रुपए का फायदा होने लगा। इसके लालच में आकर वह तस्करी करने लगा। सातवीं बार शराब की खेप लेकर वह गोपालगंज जा रहा था। यूपी और बिहार में पुलिस की चेकिंग से बचने के लिए वह फर्जी नंबर प्लेट लगा लेता था।

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वर्जन

पकड़े गए इंजीनियर और उसके सहयोगी के खिलाफ शराब की तस्करी, फर्जीवाड़ा करने सहित कई धाराओं में केस दर्ज किया गया है। उससे जुड़े लोगों के संबंध में पड़ताल की जा रही है।

गणेश साहा,

एसपी नॉर्थ