- नजूल अधिकारी के माध्यम से किसान मिले वीसी से

- कानपुर रोड योजना का मामला, प्रतिकर का मामला जाएगा बोर्ड

LUCKNOW: लंबे समय से आपने हक के लिए संघर्ष कर रहे किसानों को गुरुवार को राहत मिली। नजूल अधिकारी के माध्यम से किसान एलडीए वीसी से मिले और उनके सामने अपनी मांगें रखीं। जिसके बाद निर्णय लिया गया कि प्रतिकर संबंधी बिंदु पर अंतिम डिसीजन बोर्ड बैठक में लिया जाएगा। इसके साथ ही गांव के विकास और चबूतरों के निर्माण के लिए भी इंजीनियर और जोनल अधिकारियों को रिपोर्ट बनाने को कहा गया है। उन्हें 31 जनवरी तक का समय मिला है।

एलडीए में कर चुके प्रदर्शन

प्रतिकर समेत कई अन्य मांगों को लेकर किसानों ने एलडीए में प्रदर्शन भी किया था। इसके बावजूद कोई नतीजा नहीं निकला था।

यह है मामला

किसानों की मानें तो कानपुर रोड नगर प्रसार योजना भाग एक, दो, तीन व चार में उनकी भूमि अधिग्रहित की गई थी। किसानों का कहना था कि एलडीए की ओर से वहां पर एक व्यक्ति को 14 रुपए वर्गफुट की दर से प्रतिकर दिया गया है। इसी आधार पर उन्हें भी प्रतिकर दिया जाए। इसके साथ ही किसान चबूतरों के निर्माण और गांव के विकास की भी मांग कर रहे थे।

ये लिए गए निर्णय

नजूल अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि किसानों के तीन इश्यू थे। पहला प्रतिकर का था, जिसमें निर्णय लिया गया कि उन्हें बढ़ी हुई दरों के आधार पर प्रतिकर नहीं दिया जाएगा। फिलहाल इस मामले को बोर्ड में भेजा जाएगा। बोर्ड बैठक में इस पर फैसला होगा। दूसरा इश्यू गांव का विकास और चबूतरों के निर्माण का था। जिसमें निर्णय लिया गया कि चबूतरों के निर्माण के लिए स्थान तलाशने व अन्य बिंदुओं से जुड़ी रिपोर्ट इंजीनियर 31 जनवरी तक सौंपेंगे। इसी समयावधि में गांव का विकास कराए जाने से जुड़े बिंदुओं पर भी रिपोर्ट ली जाएगी। तीसरा इश्यू चबूतरों की वरासत खेतों में जैसे दर्ज होती है, वैसे ही चबूतरों में दर्ज की जाए। इस पर सहमति बन गई है।