राहुल द्रविड़ ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए अपने करियर का 34वां शतक लगाया। वे 117 रन बनाकर आउट हुए। टीम इंडिया को पहली पारी के आधार पर 67 रनों की बढ़त मिली। इंग्लैंड ने दूसरी पारी में 1 विकेट के नुकसान पर 24 रन बना लिए थे. दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस 6 रन और इयान बेल 9 रन बनाकर खेल रहे थे. एलिएस्टर कुक 5 रन बनाकर आउट हुए.

टीम इंडिया एक समय 4 विकेट पर 267 रन बनाकर बड़ी बढ़त की ओर बढ़ रही थी. उसी समय टीम इंडिया की बल्लेबाजी पर स्टुअर्ट ब्रॉड ने कहर बरपाया. ब्रॉड ने अपने दूसरे स्पेल में 5 ओवरों में केवल 5 रन देकर 5 बल्लेबाजों को पवेलियन भेजा। लंबे समय बाद टेस्ट टीम में वापसी करने वाले युवराज सिंह 62 रन को आउट कर ब्रॉड ने द्रविड़ और युवराज के बीच छठे विकेट के लिए हुई 128 रनों की साझेदारी को तोड़ा। इसके बाद ब्रॉड ने धोनी को आउट किया. अगले ओवर में ब्रॉड ने द्रविड़, हरभजन और प्रवीण को आउट कर अपनी हैट्रिक बनाई.  भारत ने अपने आखिरी 6 विकेट केवल 21 रनों पर ही खो दिए. इससे पहले टीम इंडिया ने 1 विकेट पर 24 रन से आगे खेलना शुरू किया.

ब्रॉड का कहर,भारतीय पारी बिखरी

द्रविड़ और लक्ष्मण टीम इंडिया को 93 रन तक ले गए. उसी स्कोर पर लक्ष्मण 54 रन बनाकर ब्रेसनन की गेंद पर विकेटकीपर को कैच थमा बैठे. इस मैच में सबसे बड़ा झटका तो सचिन तेंदुलकर ने टीम इंडिया को दिया. उनके करोड़ों चाहने वालों को उम्मीद थी कि अपने इसी लकी क्रिकेट ग्राउंड पर सचिन अपने शतकों का शतक पूरा कर लेंगे. लेकिन यहां भी लॉर्ड्स की तर्ज पर सचिन फिर जल्द ही आउट हो गए.  सचिन केवल 16 रन बनाकर ब्रॉड की गेंद पर स्लिप में कैच आउट हो गए.

इसके बाद आए सुरेश रैना भी कुछ खास नहीं कर सके और 12 रन बनाकर आउट हुए. इसके बाद लंबे समय बाद टेस्ट क्रिकेट में वापसी करने वाले युवराज सिंह भारी दबाव के बीच छठे नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। युवराज तो केविन पीटरसन का शुक्रिया अदा कर रहे होंगे। पीटरसन ने अगर 4 रन के स्कोर पर युवराज का कैच न टपकाया होता तो युवराज के टेस्ट करियर को ग्रहण लग जाता। इसके बाद युवराज ने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 62 रन बनाए। उनके आउट होते ही टीम इंडिया बिखर गई.

युवराज ने द्रविड़ के साथ शतकीय साझेदारी की .अगर इस मैच में द्रविड़ ने शतकीय पारी न खेली होती तो शायद टीम 200 का आंकड़ा भी न छू पाती। दुनिया की सबसे बेहतर बल्लेबाजी का दम भरने वाली टीम इंडिया के बल्लेबाजों के कदम उछाल भरी पिचों पर टिक नहीं रहे हैं। कप्तान धोनी का बल्ले से बुरा दौर अभी भी जारी है। अगर टीम इंडिया ने अपनी बल्लेबाजी न सुधारी तो इस टेस्ट मैच के साथ-साथ टीम इंडिया से नंबर वन का ताज भी छिन जाएगा। अब गेंदबाजों पर दारोमदार है कि वे इंग्लैंड को कम से कम स्कोर पर पवेलियन भेजकर चौथी पारी में बल्लेबाजों के लिए राह आसान करें.

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