अगले सत्र से एनसीईआरटी की किताबें

DEHRADUN: राज्य में अगले शैक्षिक सत्र ख्0क्8-क्9 से आईसीएससी बोर्ड के विद्यालयों को छोड़कर शेष सभी सरकारी, सहायताप्राप्त अशासकीय, मान्यताप्राप्त अशासकीय व अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों में कक्षा एक से बारहवीं तक एनसीईआरटी की पाठ्य पुस्तकें लागू होंगी। कक्षा एक से बारहवीं की विज्ञान की किताबों को अंग्रेजी माध्यम से पढ़ाया जाएगा। अगले सत्र से कक्षा तीन और कक्षा छह में एनसीईआरटी की अंग्रेजी माध्यम विज्ञान की पुस्तकें लागू होंगी। निजी व मान्यताप्राप्त विद्यालयों के छात्र-छात्राओं को किताबें खरीद के लिए बाजार में उपलब्ध कराई जाएंगी। बुधवार को इस संबंध में शिक्षा सचिव चंद्रशेखर भट्ट ने शासनादेश जारी किया। मंत्रिमंडल ने बीती ख्म् जुलाई को राज्य में एनसीईआरटी की किताबें लागू करने का निर्णय लिया था। इस व्यवस्था से आईसीएसई बोर्ड के विद्यालयों को नहीं जोड़ा गया है। राज्य सरकार के फैसले से राजकीय विद्यालयों, सहायताप्राप्त अशासकीय विद्यालयों, उत्तराखंड बोर्ड से मान्यताप्राप्त निजी विद्यालयों और सीबीएसई बोर्ड से संबद्ध अंग्रेजी माध्यम विद्यालयों के क्8.भ्म् लाख छात्र-छात्राओं को महंगी पुस्तकों से निजात मिल जाएगी। इसके साथ ही एनसीईआरटी किताबों पर उक्त निर्णय लेने वाला उत्तराखंड देश का पहला राज्य बन गया है।

शासनादेश के मुताबिक राज्य में कक्षा एक से आठवीं तक पाठ्य पुस्तकों में नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क (एनसीएफ) ख्00भ् के मानकों के मुताबिक संचालित पाठ्यक्रम को एनसीईआरटी की अनुमति लेकर उक्त पाठ्यपुस्तकों में स्थानीय परिवेश में संबंधित पाठ्य सामग्री शामिल की जाएगी। इसके लिए एनसीईआरटी से कॉपीराइट प्राप्त कर वर्तमान में संचालित पाठ्यक्रम में भी परिवर्तन व परिव‌र्द्धन किया जाएगा। राजकीय व सहायताप्राप्त विद्यालयों के छात्र-छात्राओं के लिए पाठ्यपुस्तकों का व्ययभार सर्व शिक्षा अभियान व राज्य सरकार पहले की भांति वहन करेंगे।