-फाइनेंशियल ईयर के आखिरी दिन ट्रेजरी व दूसरे वित्तीय संस्थानों मे नहीं दिखी पहले जैसी भीड़

KANPUR: फाइनेंशियल ईयर के आखिरी दिन सोमवार को सरकारी दफ्तरों और वित्तीय संस्थानों में इस बार वैसी भीड़ नहीं दिखी जैसी दिखा करती थी। ट्रेजरी में जरूर कई विभागों के बिल जमा कराने के लिए रात तक काम चलता रहा। वहीं रजिस्ट्री ऑफिस में डेट अगस्त तक बढ़ जाने की वजह से कामकाज सामान्य दिनों के जैसा ही चला। बैकों में जहां पहले क्लोजिंग के कारण ग्राहकों से संबंधित कामकाज प्रभावित होता था वैसा इस बार नहीं दिखा। कई बैकों में भी सामान्य दिनों की तरह फ् से ब् बजे तक ग्राहक सुविधाएं चालू रहीं। इसके बाद बैंक इम्प्लाइज क्लोजिंग के काम में लग गए।

ऑनलाइन होने का फायदा

कई गवर्नमेंट ऑफिसेस ने अपनी ज्यादातर सर्विसेस ऑनलाइन कर दी हैं। इसी वजह से इस बार इतनी मारामारी नहीं रही। कोऑपरेटिव सोसाइटी, वाणिज्य कर विभाग, आरटीओ समेत कई कार्यालयों में क्लोजिंग हिसाब-किताब को लेकर ज्यादा मारामारी नहीं दिखी।

रात तक अपडेट हुए खाते

क्लोजिंग में खाते फाइनल करने और हिसाब किताब को लेकर सीए फर्मो में खासी भीड़ रही। इसके अलावा प्राइवेट कंपनियों के ऑफिसेस में भी हिसाब किताब पूरे करने को लेकर कर्मचारी देर रात तक काम करते दिखे। सीए संजय अग्रवाल ने बताया कि क्लोजिंग की वजह से कामकाज तो बढ़ा ही है। कंपनियां जल्दी से जल्दी अपना पीएल अकांउट और बैलेंस शीट तैयार कराना चाहती हैं।