BAREILLY:

दैनिक जागरण आईनेक्स्ट के ट्री ब्रेक अभियान के तहत नन्हें मेहमान के स्वागत को कारवां बढ़ते ही जा रहा हैं। ऑफिसर्स के साथ-साथ डॉक्टर्स, सामाजिक संस्थाएं, क्लब और स्कूल -कॉलेज प्रबंधन भी जुड़ने लगे हैं, जो न सिर्फ अपने हाथों से पौधे लगा रहे हैं। बल्कि उनकी रक्षा करने का संकल्प भी ले रहे हैं। एंवॉयरमेंट को पॉल्यूशन फ्री बनाने के लिए वन-महोत्सव और प्लांटेशन के अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाने की जरूरत है।

बिगड़ते संतुलन को बचाने के लिए जरूरी है प्लांटेशन

शील ग्रुप के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉ। निशांत गुप्ता ने गंगाशील हॉस्पिटल कैम्पस में वेडनसडे को पौधे लगाए। जिसका नाम रखा 'पलाश'। डॉ। निशांत गुप्ता कहते हैं कि आज की दुनिया समस्याओं से घिरी हुई है। इन समस्याओं में सबसे बड़ी समस्या है प्राणी, संसार और वनस्पति जगत के बीच बिगड़ता हुआ संतुलन। आबादी की बेतहाशा बढ़ोतरी ने इस संतुलन को बिगाड़ा है और हमारे लिए आर्थिक और स्वास्थ्य सम्बन्धी अनेक समस्याएं पैदा कर दी है। इस भयानक स्थिति का सामना करने के लिए आबादी को कम करने के साथ-साथ प्लांटेशन के अभियान को भी युद्धस्तर पर चलाने की आवश्यकता है।

पौधे ही दिला सकते है पॉल्यूशन से आजादी

केसीएमटी के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर विनय खंडेलवाल ने भी पौधे लगाए। जिसका उन्होंने नाम रखा 'आजाद' । ताकि, हमारा एंवॉयरमेंट भी पॉल्यूशन से आजाद और दूर रहे। अपने जीवन में व्यक्ति को पौधे जरूर लगाने चाहिए। यह हमें ऑक्सीजन देकर हमारी रक्षा करते हैं। हमारी भी यह जिम्मेदारी बनती है कि पौधे लगाए और इनकी परवरिश अपने बच्चे की तरह करें, जिससे यह बड़े होकर इंसान के जीवन को खुशहाल और समृद्ध बना सके।

आयुष महेश्वरी ने रामपुर गार्डेन स्थित अपने आवास पर पौधे लगाए। जिसका नाम उन्होंने आयुष रखा। साथ ही उसकी रक्षा का संकल्प लिया। आयुष महेश्वरी ने बताया कि पौधे हमें जीवन जीने की प्रेरणा देते हैं। अपने हाथों ने लगाए बढ़ते पौधे को बढ़ता देख मन को एक अजीब सुकून मिलता है।