चार्टर्ड मैनेजमेंट इंस्टीट्यूट (सीएमआई) की रिपोर्ट में कहा गया है कि महिला मैनेजरों को सालाना औसतन 31895 पाउंड दिए जाते हैं जबकि वही काम करने के लिए पुरुषों को 42441 पाउंड मिलते हैं।

वैसे तो 2011 में ब्रिटेन में महिलाओं का वेतन (2.8 फ़ीसदी) पुरुषों के मुकाबले (2.3 फ़ीसदी) ज़्यादा बढ़ा है लेकिन सीएमआई का कहना है कि तनख्वाह में समानता आने में अभी 98 साल लग जाएँगे। हालांकि जूनियर स्तर पर महिला मैनेजर अब पुरुषों से कुछ ज़्यादा कमा रही हैं।

सीएमआई में नीति और शोध के निदेशक पेट्रा विल्टन कहते हैं, “ये अच्छी बात है कि जूनियर स्तर पर महिलाओं को पुरुषों के समान वेतन मिलने लगा है। लेकिन इस साल का वेतन सर्वे एक बार फिर यही दर्शाता है कि कंपनियाँ लिंग भेदभाव को बढ़ावा दे रही हैं क्योंकि उच्च स्तर पर महिलाओं को कम वेतन मिलता है। इसे दूर करना ज़रूरी है.”

इस खाई को कम करने के लिए सीएमआई का सुझाव है कि सरकार वेतन ढाँचे की पड़ताल करे, वेतन को लेकर कंपनियों को और जबावदेह बनाए और जो कंपनियाँ दोषी हैं उन्हें सार्वजनिक तौर पर सामने लाए।

हालांकि संगठन ने कहा है कि वो आरक्षण की बात नहीं कर रहा है। ब्रिटेन में हुए सर्वे में पाया गया है कि पुरुष मैनेजरों की तुलना में नौकरी छोड़ने वाली महिला प्रबंधकों की संख्या ज़्यादा है।

फ़रवरी में सरकार की एक स्वतंत्र रिपोर्ट ने कंपनियों से कहा गया था कि वो 2015 तक अपने बोर्ड में महिलाओं की संख्या दोगुनी कर दें अन्यथा सरकार क़दम उठाएगी।

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