-शासन पर लगाया आश्वासन देकर बरगलाने का आरोप

-शिक्षक नेताओं ने किया मूल्यांकन केंद्रों का दौरा

Meerut : यूपी बोर्ड मूल्यांकन के लिए शासन ने हर हाल में क्फ् अप्रैल तक मूल्यांकन पूरा करने के सख्त निर्देश दिए हैं। उधर शिक्षक संगठनों ने अपनी मांगों को पूरा न होते देख मूल्यांकन का बहिष्कार कर दिया है। शिक्षक संगठनों के मूल्यांकन बहिष्कार के चलते यूपी बोर्ड की उत्तर पुस्तिकाओं के बंडल तीसरे दिन भी नहीं खुले। हर केंद्र पर मूल्यांकन का शिक्षक संघ ने पूर्ण रूप से बहिष्कार किया।

एक भी कॉपी नहीं हुई चेक

मूल्यांकन के तीसरे दिन भी चारों केंद्रों पर एक भी कॉपी नहीं चेक की। जीआईसी, बीएवी इंटर कॉलेज, एसएसडी ब्वॉयज इंटर कॉलेज लालकुर्ती, बीएवी इंटर कॉलेज, डीएन इंटर कॉलेज में शिक्षकों ने सभा कर लंबित मांगों को पूरा करने को लेकर आवाज उठाई। शिक्षकों का कहना था कि सरकार ने लंबे समय से आश्वासन देकर सबको बरगला रही है। सरकार की यह दोहरी नीति अब नहीं चलेगी। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री महेश चंद शर्मा ने मूल्यांकन बहिष्कार का समर्थन करते हुए बकाया पारिश्रमिक, नवीन पेंशन योजना का क्रियान्वयन व वित्तविहीन शिक्षकों को उचित मानदेय देने की मांग की। संघ के जिलाध्यक्ष योगेश पंवार ने कहा कि हमारी सभी मांगें जायज हैं। इन मांगों को पूरा कराने के लिए सरकार से काफी समय से मांग की जा रही है।

आज से शुरू हो सकता है मूल्यांकन

तीन दिन के बहिष्कार के बाद शिक्षक संघ आज मूल्यांकन की शुरुआत करेगा, इसकी उम्मीद जताई जा रही है। वहीं मूल्यांकन के लिए शासन द्वारा तीन दिन एक्स्ट्रा समय दिया गया है। आज से शुरू होगा और अब क्फ् अपै्रल की जगह मूल्यांकन को क्भ् अप्रैल को खत्म करने की उम्मीद जताई जा रही है।