18 को समाप्त हुई थी परीक्षाएं
यूपी बोर्ड की परीक्षाएं इस बार 12 मार्च से शुरू हुई थीं। हाईस्कूल की परीक्षा तीन अप्रैल को समाप्त हो गई थी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 मार्च तक चली थीं। परीक्षाएं समाप्त होने के ठीक एक सप्ताह बाद मूल्यांकन का शेड्यूल घोषित कर दिया है। बोर्ड के ऑफिसर्स बताते हैं कि कापियों को चेक करने के लिए सफिशिएंट संख्या में टीचर्स लगाए गए हैं। बैकअॅप भी तैयार करके रखा गया है ताकि मूल्यांकन कार्य के दौरान कोई परेशानी खड़ी न हो। मूल्यांकन के बाद रिजल्ट तैयार करने के लिए बोर्ड ने प्रदेश को चार रीजंस में बांट रखा है। बोर्ड ऑफिसर्स का कहना है कि लास्ट इयर की डेट के आसपास ही इस बार भी रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाए। इसी पर तैयारियां भी आधारित हैं.

ये तो खड़े हैं विरोध हैं
वित्तविहीन स्कूलों के अध्यापकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का एलान कर रखा है। उनकी मांग है कि उन्हें भी नियमित शिक्षक माना जाय और बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन मूल्य सीबीएसई की तर्ज पर भुगतान किया जाय। वित्त पोषित स्कूलों के टीचर्स की मांग भी कुछ ऐसी ही है। वैसे अशासकीय स्व वित्तपोषित माध्यमिक विद्यालय एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने वेडनसडे को टीचर्स से रिक्वेस्ट की है कि वे मूल्यांकन कार्य में पूर्ण सहयोग करें। वैसे बता दें कि मूल्यांकन का भुगतान करने के मामले में यूपी बोर्ड और सीबीएसई में करीब चार गुने का अंतर है। इसी से टीचर्स आंदोलित हैं.

Fact file
-25 अप्रैल से शुरू हो रहा है बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन
-10 मई तक पूरा कर लिया जाएगा कापियों का मूल्यांकन
-इलाहाबाद मंडल में कुल 10, 992 टीचर्स को लगाया गया है कापियों के मूल्यांकन के लिए
-इलाहाबाद में आठ, प्रतापगढ़-फतेहपुर में चार-चार और कौशांबी में एक सेंटर पर जांची जाएगी कापी
-एक दिन में मिनिमम पचास कापियां चेक करनी है प्रत्येक टीचर को
-हाईस्कूल में 37,99,174 और इंटरमीडिएट में 26,95,759 स्टूडेंट्स का था रजिस्ट्रेशन
-पूरे प्रदेश में बनाए गए हैं 238 मूल्यांकन केन्द्र

इलाहाबाद में बनाए गए मूल्यांकन केन्द्र
यमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज
गवर्नमेंट इंटर कॉलेज
सीएवी इंटर कॉलेज
केसर विद्यापीठ
अग्रसेन इंटर कॉलेज
सेवा समिति इंटर कॉलेज
भारत स्काउट इंटर कॉलेज
केपी इंटर कॉलेज

कापियों के जांचने का फर्क
UP Board CBSE
10th 4 15
12th 5.50 20
धनराशि रुपए में। टीचर्स को आने-जाने के लिए यूपी बोर्ड दस रुपए प्रतिदिन देता है जबकि सीबीएसई की तरफ से डेढ़ सौ रुपए से अधिक दिया जाता है.

18 को समाप्त हुई थी परीक्षाएं

यूपी बोर्ड की परीक्षाएं इस बार 12 मार्च से शुरू हुई थीं। हाईस्कूल की परीक्षा तीन अप्रैल को समाप्त हो गई थी जबकि इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 18 मार्च तक चली थीं। परीक्षाएं समाप्त होने के ठीक एक सप्ताह बाद मूल्यांकन का शेड्यूल घोषित कर दिया है। बोर्ड के ऑफिसर्स बताते हैं कि कापियों को चेक करने के लिए सफिशिएंट संख्या में टीचर्स लगाए गए हैं। बैकअॅप भी तैयार करके रखा गया है ताकि मूल्यांकन कार्य के दौरान कोई परेशानी खड़ी न हो। मूल्यांकन के बाद रिजल्ट तैयार करने के लिए बोर्ड ने प्रदेश को चार रीजंस में बांट रखा है। बोर्ड ऑफिसर्स का कहना है कि लास्ट इयर की डेट के आसपास ही इस बार भी रिजल्ट डिक्लेयर कर दिया जाए। इसी पर तैयारियां भी आधारित हैं।

ये तो खड़े हैं विरोध हैं

वित्तविहीन स्कूलों के अध्यापकों ने मूल्यांकन कार्य का बहिष्कार करने का एलान कर रखा है। उनकी मांग है कि उन्हें भी नियमित शिक्षक माना जाय और बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन मूल्य सीबीएसई की तर्ज पर भुगतान किया जाय। वित्त पोषित स्कूलों के टीचर्स की मांग भी कुछ ऐसी ही है। वैसे अशासकीय स्व वित्तपोषित माध्यमिक विद्यालय एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने वेडनसडे को टीचर्स से रिक्वेस्ट की है कि वे मूल्यांकन कार्य में पूर्ण सहयोग करें। वैसे बता दें कि मूल्यांकन का भुगतान करने के मामले में यूपी बोर्ड और सीबीएसई में करीब चार गुने का अंतर है। इसी से टीचर्स आंदोलित हैं।

Fact file

-25 अप्रैल से शुरू हो रहा है बोर्ड की कापियों का मूल्यांकन

-10 मई तक पूरा कर लिया जाएगा कापियों का मूल्यांकन

-इलाहाबाद मंडल में कुल 10, 992 टीचर्स को लगाया गया है कापियों के मूल्यांकन के लिए

-इलाहाबाद में आठ, प्रतापगढ़-फतेहपुर में चार-चार और कौशांबी में एक सेंटर पर जांची जाएगी कापी

-एक दिन में मिनिमम पचास कापियां चेक करनी है प्रत्येक टीचर को

-हाईस्कूल में 37,99,174 और इंटरमीडिएट में 26,95,759 स्टूडेंट्स का था रजिस्ट्रेशन

-पूरे प्रदेश में बनाए गए हैं 238 मूल्यांकन केन्द्र

इलाहाबाद में बनाए गए मूल्यांकन केन्द्र

यमुना क्रिश्चियन इंटर कॉलेज

गवर्नमेंट इंटर कॉलेज

सीएवी इंटर कॉलेज

केसर विद्यापीठ

अग्रसेन इंटर कॉलेज

सेवा समिति इंटर कॉलेज

भारत स्काउट इंटर कॉलेज

केपी इंटर कॉलेज

कापियों के जांचने का फर्क

UP Board CBSE

10th 4 15

12th 5.50 20

धनराशि रुपए में। टीचर्स को आने-जाने के लिए यूपी बोर्ड दस रुपए प्रतिदिन देता है जबकि सीबीएसई की तरफ से डेढ़ सौ रुपए से अधिक दिया जाता है।