-सछास नेता के भाई को बचाने के लिए प्रिंसिपल का खेल

-कैम्पस में क्या बड़ी वारदात होने पर लेंगे स्वत: संज्ञान

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BAREILLY :

बरेली कॉलेज में छात्रा से छेड़छाड़ करने वाले शोहदे को बचाने के लिए खुद प्रिंसिपल ढाल बनकर खड़े हो गए हैं। कार्रवाई से बचने के लिए वह छात्रा की लिखित शिकायत न मिलने का तर्क दे रहे हैं। ऐसे में बड़ा सवाल यह है कि कैम्पस में किसी छात्रा से बड़ी वारदात हो गई, क्या तब प्रिंसिपल को अपनी जिम्मेदारी का बोध्ा होगा।

अन्य छात्राओ ंमें भी दहशत

बरेली कॉलेज में छात्राओं के साथ छेड़छाड़ का यह पहला मामला नहीं है। लेकिन कॉलेज प्रशासन छेड़छाड़ करने वालों पर कार्रवाई करने की जगह फैसला कराने मे ंलग जाता है। जिसके चलते शोहदों के हौंसलेऔर बुलंद हो जाते है। थर्सडे को क्लास रूम में बैठी छात्रा से छेड़छाड़ के बाद अन्य छात्राओं में भी दहशत दिखाई दी। क्लास में छात्रा के नहीं पहुंचना चर्चा बना रहा, लेकिन कॉलेज प्रशासन ने इसे गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की जरूरत नहीं समझी। वहीं इस मामले में चीफ प्रॉक्टर ने बताया कि छात्रा नहीं चाहती थी कि कार्रवाई हो और उसके परिजनों को जानकारी लगे। उसके परिजनों को जानकारी होगी तो वह कॉलेज आना बंद करा देंगे। जिसके चलते छात्रा ने शिकायत दर्ज नहीं कराई। फिलहाल वह अपनी तरफ से जांच कर रही हैं।

े था मामला

बरेली कॉलेज के बीबीए डिपार्टमेंट में थर्सडे दोपहर 12 बजे छात्रा क्लास रूम में साथियों के साथ बैठी हुई थी। उसी समय एलएलबी फ‌र्स्ट ईयर के एक स्टूडेंट्स सछास नेता का भाई वहां आया और छात्रा पर कमेंट करने लगा। छात्र नेता के भाई ने छात्रा से दोस्ती का प्रस्ताव रख दिया। जिस पर छात्रा के दोस्त ने विरोध जता दिया। यह बात छात्र नेता सहन नहीं कर सका और उसने छात्रा के दोस्त की पिटाई कर दी। इस दौरान दोनों पक्षों में जमकर मारपीट हुई। मामला प्राचार्य डॉ। अजय शर्मा के सामने पहुंचा और जानकारी मिली कि मामला छात्रनेता के भाई का है फैसले का दवाब बनाकर फैसला करा दिया। लेकिन जब इस बारे में कॉलेज प्राचार्य डॉ। अजय शर्मा से बात की गई तो उन्होंने पूरी मामले से ही अनभिज्ञता जताई।