>RANCHI: नवरात्रि शुरू होते ही आई नेक्स्ट की ओर से इज्जत करो कैंपेन की भी शुरुआत की गई। नवरात्रि में जहां एक आरे लोग देवी की पूजा करते हैं और इस उत्सव को मनाते हैं वहीं दूसरी ओर उसी देवी के साक्षात रूप का तिरस्कार करते हैं। महिलाओं के खिलाफ अपराध, खासकर कन्याओं से छेड़छाड़ जैसे मामलों को लेकर आई नेक्स्ट की टीम ने सात अलग-अलग स्थानों को चिन्हित कर ईव टीजिंग का जायजा लिया। अपने स्टिंग से सामने लाए गए सच्चाई से हमने पुलिस प्रशासन को भी रू-ब-रू कराया। आखिरकार इस ओर उम्मीद की एक किरण दिखाई दी जहां व्यवस्था दुरुस्त करने की कवायद शुरू हुई है।

स्पॉट पर नजर आई पुिलस व्यवस्था

ईव टीजिंग के लिए डे आवर में सबसे बड़ा प्वाइंट पुरूलिया रोड हर दिन की अपेक्षा शुक्रवार को कुछ अलग नजर आ रहा है। सेंट जेवियर्स कॉलेज में फेस्टिवल को लेकर चहल-पहल है। लेकिन, इस कॉलेज के बाहर पुलिस की व्यवस्था नजर आ रही है। इतना ही नहीं, एक्सआइएसएस के पास भी पुलिस की चौकसी लगी है। जहां अक्सर सिगरेट पीने वाले युवकों का अड्डा जमा रहता है।

पुलिस पोस्ट को किया गया अलर्ट

सिटी के विभिन्न चौक-चौराहों पर तैनात पुलिसकर्मियों को ईव टीजिंग को लेकर खास दिशा-निर्देश दिए गए है। इनमें महिला पुलिसकर्मी भी आस-पास हो रही घटनाओं पर नजर रखेंगी। बाइकर्स पर निगाहें टिकी हैं। ऑटो में सवार ग‌र्ल्स-महिलाओं की सुरक्षा पर नजर बनी हुई है।

ट्रैफिक पुलिस भी करेगी मदद

ईव टीजिंग की शिकार लड़कियों की मदद ट्रैफिक पुलिस भी कर सकती है। अगर किसी भी लड़की के साथ कोई अप्रिय घटना हो। बाइक सवार उसे छेड़कर आगे निकल गया हो तो वो बाइक नंबर या हुलिया बताते हुए ट्रेफिक पुलिस को भी जानकारी दे सकती हैं। लड़कियों को इससे ज्यादा सहुलियत मिलेगी, क्योंकि ट्रैफिक पुलिस पोस्ट हर चौक-चौराहे और अंदर जाने-वाली गलियों में हैं।

पेट्रोलिंग और शक्ति वाहिनी से मिलेगी मदद

ईव टीजिंग से निपटने के लिए शक्ति वाहिनी की गाड़ी भी अपर बाजार के पास नजर आई। खास कर शहीद चौक के पास भी पुलिसकर्मी तैनात थे। ईव टीजिंग की कहीं कोई लड़की शिकार ना हो जाए, उसके लिए कॉलेज, ग‌र्ल्स हॉस्टल वाले एरिया और इंस्टीट्यूट के पास शक्ति वाहिनी की गाड़ी कई राउंड लगाती नजर आई। बेहतर होगा कि लड़कियां पेट्रेालिंग गाड़ी पर लिखे नंबर को अपने पास सेव कर लें, ताकि वे तुरंत एक्शन ले सकें।

सादे लिबास में पुलिस रखेगी नजर

सिटी की पुलिस अब सादे लिबास में भी चौक-चौराहों पर पैनी नजर रखेगी। सिटी एसपी जया रॉय ने बताया कि ये जरूरी नहीं कि पुलिस अपने यूनिफॉर्म में ही नजर आए। छेड़खानी, कमेंट, छिनतई जैसी अप्रिय घटनाओं से निपटने के लिए यह व्यवस्था की गई है। ऐसे में गुनहगारों को पकड़ना ज्यादा आसान होगा। सुबह, दोपहर और शाम के वक्त पुलिस की इस टीम को डिस्पैच किया जाएगा, जो ऐसे स्पॉट पर तैनात रहेंगी, जहां ईव टीजिंग की आशंकाएं ज्यादा होती हैं।

महिला पुलिस को अहम जिम्मेवारी

महिलाओं की सुरक्षा को प्रमुखता देते हुए महिला पुलिस को ही इस काम से जोड़ा जा रहा है। रात दस बजे से सुबह चार बजे तक महिला पुलिसकर्मी होटवार से सिटी आती हैं, जो अलग-अलग जगहों पर डेप्यूट होती है। ईव टीजिंग सेल के अलावा कई हेल्प लाइन नंबर भी जारी किए जाएंगे, जिसे महिला पुलिस ही हैंडल करेगी। इन नंबरों पर बेझिझक लड़कियां और महिलाएं अपनी समस्याएं बता पाएंगी।

जैसा चाहेंगी लड़कियां, वैसी मिलेगी मदद

ईव टीजिंग जैसी समस्या से निजात दिलाने के लिए सिटी की पुलिस ने एक और नया आयाम ढूंढा है। अगर पुलिस के पास कोई लड़की ईव टीजिंग की शिकायत लेकर पहुंचती है, तो केस को उसी के अनुसार हैंडल किया जाएगा। अगर लड़की चाहेगी तो उसका नाम पता बिना डिस्क्लोज किए ही एक्यूज्ड को बुलाया जाएगा और उसे सजा दी जाएगी।

इज्जत करो कैंपेन से जुड़े कई लोग

आई नेक्स्ट के इज्जत करो कैंपेन की शुरुआत ख्क् मार्च से हुई। पिछले सात दिनों में इस कैंपेन से अलग-अलग जगहों से लोग जुड़े। ईव टीजिंग की शिकार होती लड़कियों ने खुलकर अपनी परेशानी को बयां किया। पुलिस और प्रशासन से सुरक्षा की मांग की। वहीं कुछ लड़कियों ने ऑनलाइन हमसे अपने एक्सपीरियंस को भी शेयर किए। कैंपेन में करीब दो दर्जन से भी ज्यादा लड़कियों ने अपने साथ होने वाली घटनाओं को शेयर किया। वहीं फ्0 से भी ज्यादा लड़कों ने ईव टीजिंग स्पॉट्स पर इज्जत करो कैंपेन से जुड़कर इसकी शपथ ली।