35 करोड़ खर्च होने के बाद भी सिविल लाइंस में रोड पर खड़ी होने वाली गाडि़यों की संख्या में नहीं आई कमी

सिविल लाइंस में एडीए की ओर से बने मल्टी लेवल पार्किंग में खड़ी हो रहीं सिर्फ दुकानदारों की गाडि़यां

ALLAHABAD: सिविल लाइंस को जाम से मुक्त कराने के लिए एडीए की ओर करोड़ों रुपये खर्च कर बनाया गया मल्टी लेवल पार्किंग फेल साबित हो रहा है। इसमें सिर्फ सिविल लाइंस के दुकानदारों की गाडि़यां खड़ी हो रही हैं, जिन्होंने एक हजार रुपये में एक माह का पास बनवाया है। एरिया में रोज आने वाली गाडि़यां पहले की भांति अब भी रोड पर ही पार्क हो रही हैं। इसकी वजह से एरिया में लगने वाला जाम पहले की तरह ही अब भी लग रहा है और पुलिस व ट्रैफिक विभाग कार्रवाई की बजाय हाथ पर हाथ धरे है।

सिविल लाइंस में राजकरन सिनेमा हाल के पीछे 35 करोड़ रुपये खर्च कर मल्टीलेवल पार्किंग तैयार की गई। इसमें करीब 400 गाडि़यां पार्क हो सकती हैं। पिछले वर्ष अक्टूबर में उद्घाटन के बाद अब तक यहां केवल 100 से डेढ़ सौ गाडि़यां ही खड़ी हो रही हैं। इसमें भी 90 प्रतिशत गाडि़यां सिविल लाइंस के दुकानदारों और आस-पास एरिया में रहने वाले लोगों की हैं। इन सभी ने एक हजार रुपये महीने का कार्ड बनवा रखा है।

नहीं हो रही कोई कार्रवाई

सिविल लाइंस में पर डे आने वाली गाडि़यां मल्टीलेवल पार्किंग की बजाय सर्विस रोड पर खड़ी की जा रही हैं। इससे सर्विस रोड पर भी जाम की स्थिति बन जा रही है।

ठेकेदार भी है काफी परेशान

मल्टीलेवल पार्किंग का कांट्रैक्ट मुंबई की एक एजेंसी को सौंपा गया है। उसने करीब 12 लाख रुपये सालाना का टेंडर लिया है। एजेंसी के कर्मचारी ने नाम न छापने की शर्त पर घाटे की वजह से टेंडर एमाउंट भी अभी तक नहीं निकला है।

फैक्ट फाईल

35

करोड़ की लागत से राजकरन के पीछे तैयार हुई मल्टी लेवल पार्किंग

359

गाडि़यां एक साथ खड़ी हो सकती हैं सिविल लाइंस के पार्किंग में

05

फ्लोर की पार्किंग में सरदार पटेल मार्ग से इंट्री और महात्मा गांधी व कूपर रोड से एक्जिट है

25

रुपये किराया तय है मल्टी लेवल पार्किंग में तीन घंटे के लिए

10

रुपये प्रति घंटे चार्ज होगा तीन घंटे के बाद वाहन खड़ा रहने पर

50

रुपये किराया तय है मल्टी लेवल पार्किंग में 12 घंटे के लिए

100

रुपये किराया तय है मल्टी लेवल पार्किंग में 24 घंटे के लिए

मल्टीलेवल कार पार्किंग फेल होने के बाद एडीए पटरी दुकानदारों को वहां शिफ्ट कर उसे बिजनेस हब बना दे तो दोनों को फायदा होगा। एक तरफ दुकानदारों को रोजगार मिल जाएगा और दूसरी तरफ एडीए का खर्च भी निकलने लगा। पटरी दुकानदार किराया देने को भी तैयार हैं।

रविशंकर द्विवेदी

अध्यक्ष, आजाद स्ट्रीट हॉकर संघ

पटरी दुकानदार रोड पर खड़ा होता है तो उसे मारा-पीटा जाता है। लेकिन गाडि़यां लोग रोड पर खड़ी कर चले जाते हैं और कोई उन्हें कुछ नहीं बोलता। इसके लिए सरकारी विभाग ही जिम्मेदार हैं।

बिगुन तिवारी

इसमें कोई दो राय नहीं कि सिविल लाइंस में एडीए की मल्टीलेवल पार्किंग योजना फेल साबित हुई है। मल्टीलेवल पार्किंग खाली पड़ी है। सिविल लाइंस एरिया में गाडि़यां खड़ी हो रही हैं।

अजय गौड़

मल्टीलेवल पार्किंग फेल होने के लिए ट्रैफिक डिपार्टमेंट जिम्मेदार है। इधर-उधर पार्क हो रही गाडि़यों का चालान कटने लगे तो लोग अपने आप गाडि़यां मल्टीलेवल पार्किंग में पार्क करने लगेंगे।

अमित सिंह

मल्टीलेवल पार्किंग तैयार करना एडीए की जिम्मेदारी थी, जिसे पूरा किया गया। सिविल लाइंस एरिया में रोड पर गाडि़यां पार्क न हों इसकी जिम्मेदारी पुलिस और ट्रैफिक डिपार्टमेंट की है। इसके लिए कई बार पत्र लिखा गया है। कार्रवाई भी हुई है। जल्द ही सख्त कार्रवाई की जाएगी।

पीएन यादव, संयुक्त सचिव, एडीए