इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 131वें स्थापना दिवस पर कार्यक्रम

इविवि के पुरा छात्र सुप्रीम कोर्ट के दो न्यायमूर्ति एवं उडि़सा हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस हुए शामिल

ALLAHABAD: इलाहाबाद विश्वविद्यालय के 131वें स्थापना दिवस पर सीनेट हॉल परिसर में शनिवार को कार्यक्रम आयोजित हुआ। अध्यक्षता विवि के कुलपति प्रो। रतन लाल हांगलू ने की। इस दौरान इविवि के तीन विशिष्ट पुरा छात्र सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति आरके अग्रवाल और न्यायमूर्ति अशोक भूषण तथा उडि़सा उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश विनीत सरन सम्मानित किए गए।

ग्रेट थिंक के लिये स्पेंड करें टाईम

न्यायमूर्ति आरके अग्रवाल ने कहा कि वे विवि की गौरवशाली परम्परा को आगे बढ़ते हुए देख कर खुश हैं। हमें अपनी गौरवशाली परंपरा को नहीं भूलना चाहिए। जो अपने पास्ट को भूल जाते हैं वे बेहतर भविष्य भी नहीं बना पाते। न्यायमूर्ति अशोक भूषण ने कहा कि उन्हें पूरा विश्वास है कि विवि मॉडर्न इंडिया के कान्सेप्ट को लेकर आगे बढ़ेगा। ग्रेट थिंक को अचीव करने के लिये छात्रों को टाईम स्पेंड करना पड़ेगा। स्किलफुल टेक्नोलॉजी का जिक्र करते हुए कहा कि ग्लोबलाइजेशन के दौर में बहुत से प्रोफेशनल चैलेंजेस हैं।

चीफ जस्टिस ने दी सीख

चीफ जस्टिस विनीत सरन ने कहा कि वे विवि द्वारा सम्मानित होने पर गर्व महसूस कर रहे हैं। विश्वविद्यालय ने उन्हें कंप्लीट एजुकेशन दी और ऐसी ही अपेक्षा वे आज के शिक्षकों से उनके छात्रों के लिए करते हैं। छात्रों को अपना ड्रीम डिसाइड करके टार्गेट फिक्स करते हुए बढ़ना होगा, तभी सफलता मिलेगी। इविवि के कुलपति प्रो। हांगलू ने कहा कि स्थापना दिवस पर हम सभी को संकल्प लेना चाहिए कि विवि की महान परम्परा को आगे बढ़ाने में हर सदस्य अपना सार्थक योगदान देगा।

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नहीं आना चाहते थे न्यायमूर्ति

अतिथियों का स्वागत प्रो। एए फातमी ने किया। अतिथियों का परिचय व स्थापना दिवस कार्यक्रम के महत्व को प्रो। हेरम्ब चतुर्वेदी ने रेखांकित किया। उन्होंने बताया कि न्यायमूर्ति अशोक भूषण बहुत बुलाने पर आए हैं। वे नहीं चाहते थे कि उन्हें सम्मान समारोह में सम्मानित किया जाय। न्यायमूर्ति आरके अग्रवाल को इनवाइट किया गया तो उनका कहना था कि कौन अपने घर नहीं आना चाहेगा और उन्होंने विवि आने के लिये तुरंत हामी भर दी।

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दो नये छात्रावास की घोषणा

कार्यक्रम में पहली बार विवि की आंतरिक गुणवत्ता रिपोर्ट का विमोचन हुआ। प्रो। आरके चौबे की पुस्तक सूचना का अधिकार विधि का भी विमोचन किया गया। कुलसचिव प्रो। एनके शुक्ला ने धन्यवाद ज्ञापित किया एवं दो नए छात्रावासों की स्थापना की घोषणा की। उन्होंने बताया कि मंत्रालय की अनुमति से शीघ्र ही विजयनगर हाल का भी कायाकल्प किया जायेगा। संचालन डॉ। प्रदीप शर्मा ने किया। इस अवसर पर भारी संख्या में वरिष्ठ शिक्षक, छात्र-छात्रायें एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।