- कर्मचारी 27 जून को आत्मदाह की कर चुके हैं घोषणा

- आज इसी मुद्दे को लेकर प्रशासन, श्रम विभाग, प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच हो रही थी वार्ता

GORAKHPUR: गीता प्रेस के निष्कासित कर्मचारियों के 27 जून को दी गई आत्मदाह की धमकी के बाद शुक्रवार को प्रशासन ने मध्यस्थता की भूमिका निभाई। प्रशासन ने गीता प्रेस प्रबंधन, कर्मचारी और श्रम विभाग के अधिकारियों को बुलाकर बैठक की। सिटी मजिस्ट्रेट के नेतृत्व में बैठक हुई। सिटी मजिस्ट्रेट अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि ट्रस्टी के तरफ से कोई नहीं आया, हालांकि प्रबंधन के तरफ से आए लोगों ने इन कर्मचारियों पर परिसर में अभ्रदता करने का आरोप लगाया और फिर से विचार करने की बात कही। वहीं, कर्मचारियों ने कहा कि प्रबंधन और ट्रस्ट अपने ही बात से मुकर रहा है। इसलिए हम लोगों ने आत्मदाह करने का निर्णय लिया है। बैठक में श्रम विभाग से डीएलसी सियाराम, प्रबंधन की तरफ से बृजमोहन माहेश्वरी, लालमणि त्रिपाठी, कौशल किशारे मणि त्रिपाठी, कर्मचारियों में जगदीश मिश्रा, अजय सिंह, वंशगोपाल शुक्ला, जय प्रकाश सिंह, संजय उपाध्याय, राधेमोहन दूबे सहित कई अन्य कर्मचारी उपस्थित थे।