KANPUR:

हर खांसी टीबी नहीं होती है। कभी कभी जांच में टीबी के लक्षण पाए जाते हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि टीबी का ट्र्ीटमेंट शुरू कर दिया जाए। फ्0 प्रतिशत रोगियों की टीबी शरीर की प्रतिरोधक क्षमता अच्छी होने के कारण ठीक हो जाती है। यह जानकारी चेस्ट स्पेशलिस्ट डॉ। एसके कटियार ने प्रेस कांफ्रेंस में दी। रोगी की अनावश्यक जांच न कराएं। पहले अपने लेवल पर ही चेक करें फिर इलाज करें। टीबी शरीर के किसी भी पार्ट में हो सकती है। डब्लूएचओ ने सीरोलॉजी व क्वानटीफैरान गोल्ड की जांचों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह जांचें काफी महंगी हैं इनकी कोई उपयोगिता भी नहीं है। डॉ। एसके मिश्रा ने बताया कि ख्ब् मार्च को व‌र्ल्ड टीबी डे है। ख्फ् मार्च को टीबी पर एक सेमिनार केडी पैलेस में आयोजित की जा रही है। जिसमें टीबी एक्सप‌र्ट्स के अलावा अन्य डॉक्टर्स शिरकत करेंगे।