मिलावटी खाद्य पदार्थो से 80 परसेंट पटनाइट्स में संक्रमण का खतरा

PATNA (21 Oct): पटना सिटी में कुछ दिन पहले ही नकली मसाले की बड़ी फैक्ट्री का खुलासा हुआ। काफी दिनों से नकली और मिलावटी मसालों का कारोबार चल रहा है। जिसे पूरी तरह से सड़े-गले और सेहत को प्रभावित करने वाले सामानों से बनाया जाता है। इस खुलासे के बाद पटनाइट्स की सेहत को लेकर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है, क्योंकि ऐसा पहली बार नहीं हुआ है। आए दिन नकली और मिलावटी खाद्य पदार्थो के बड़े कारोबार की पोल खुलती है। दैनिक जागरण आई नेक्स्ट ने जब ऐसे खाद्य पदार्थो के सेवन से शरीर को होने वाले नुकसान को लेकर पड़ताल की तो पता चला कि लीवर को यह काफी डैमेज कर रहा है। डॉक्टरों की मानें तो पटना में हर तीसरा आदमी फैटी लीवर के साथ अन्य कई संक्रमण से परेशान हैं।

इसलिए होता है अटैक

पेट और लीवर के एक्सपर्ट के मुताबिक नकली और केमिकल युक्तखाद्य पदार्थ सबसे अधिक लीवर और गुर्दे को नुकसान पहुंचाते हैं। डॉक्टरों के मुताबिक केमिकल और मसालों में मिलाई जाने वाली सड़ी-गली चीजों से लीवर पर बड़ा अटैक होता है। ऐसे सामान पेट में जल्दी पचते नहीं, जिससे लीवर और पैंक्रियाज दोनों संक्रमित हो जाते हैं। लगातार ऐसे सामान खाने से पेट के गंभीर रोग जैसे लीवर कैंसर या फिर लीवर में गांठ की समस्या हो जाती है।

यहां आम है लीवर की बीमारी

पटना में तो लीवर की बीमारी आम हो गई है। डॉक्टरों का कहना है कि पेट के पेशेंट्स में सबसे अधिक लीवर और पैंक्रियाज में संक्रमण के पेशेंट आते हैं। अगर आंकड़ों पर गौर किया जाए तो हर तीसरा व्यक्तिफैटी लीवर से परेशान हैं। इसमें खाना नहीं पचना, लगातार सेहत गिरना, खून की कमी होना या फिर पीलिया होना आम लक्षण है। इसे नजर अंदाज करने वालों को आगे चलकर बड़ी बीमारी भी हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि दूषित जल और खान-पान में लापरवाही से हेपेटाइटिस ए और ई का खतरा बढ़ जाता है। 80 परसेंट पटनाइट्स में संक्रमण का खतरा है।

जागरूकता और वैक्सीन ही उपाय

लीवर संक्रमण के साथ पेट की अन्य बीमारियों से बचने के लिए जागरूक होना बहुत जरूरी है। टीकाकरण को लेकर भी पटनाइट्स जागरूक नहीं हैं। इस कारण यहां टीकाकरण का ग्राफ भी काफी कम है। अगर बात आंकड़ों की करें तो साक्षरता वाले क्षेत्र में ही जागरूकता है और वहां शतप्रतिशत टीकाकरण हो रहा है, जबकि ग्रामीण क्षेत्र इस मामले में काफी पीछे हैं और वहीं से संक्रमण फैल रहा है। डॉक्टरों का कहना है कि अगर समय से टीकारण कराया जाए तो संक्रमण की आशंका कम हो जाती है।

प्रदूषित पानी और मिलावटी खाद्य पदार्थो से लीवर इफेक्टिव हो रहा है। पटना में हर तीसरा पेशेंट फैटी लीवर से परेशान हैं। जागरूकता और टीकाकरण से ही इस पर कंट्रोल कर पाना संभव है।

डॉ संजीव कुमार, लीवर एवं पेट रोग एक्सपर्ट

मेडिमैक्स हॉस्पिटल, कंकड़बाग