- बदसलूकी की घटनाओं पर कार्रवाई पर भारी पड़ रहे शोहदे

- कहीं बंद हुआ तो कहीं मोहल्ले में निकलना हुआ मुश्किल

GORAKHPUR: शहर के भीतर बदमाशों से दो-दो हाथ कर रही पुलिस शोहदों पर लगाम नहीं कस पा रही है। शोहदों की हरकतों से युवतियों और महिलाओं की मुश्किलें बढ़ती जा रहीं। आलम यह है कि सामाजिक वर्जना, नियम-कानून को तार-तार करके बेलगाम मनचले अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहे हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि शिकायत सामने आने पर मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई की जा रही है। साइकियाट्रिस्ट का कहना है कि यह दिमाग का केमिकल लोचा हो सकता है। इसलिए पुलिस की कार्रवाई पूरी तरह से असर नहीं डाल पा रही।

केस 1

साइकिल लड़ाकर करते हैं छेड़छाड़

शाहपुर एरिया के मैत्रीपुरम कॉलोनी में शोहदों का आतंक फैला हुआ है। शाम को गली-मोहल्ले में जुटने वाले शोहदे बाजार जाने वाली महिलाओं, कोचिंग से लौटने वाली छात्राओं से बदसलूकी करते हैं। आरोप है कि सड़कों पर घूमने वाले शोहदे अक्सर अपनी साइकिल लड़ा देते हैं। लड़कियों और युवतियों पर फब्तियां कसते हैं। गुरुवार को इसकी शिकायत पुलिस अधिकारियों से हुई। शिकायत सामने आने पर पुलिस कार्रवाई का निर्देश दिया गया।

केस 2

शोहदों ने बंद करा दिया था इंटर कॉलेज

सहजनवा के इंटर कॉलेज में स्कूल जाने वाली छात्राओं से छेड़खानी की घटनाएं होने पर प्रिंसिपल ने कॉलेज बंद कर दिया। मामला सामने आने पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों ने फोर्स लगाकर स्कूल खुलवाया। प्रिंसिपल की शिकायत पर शोहदों के खिलाफ एक्शन लेने के बजाय पुलिस ने इसे मारपीट का मामला बताया। छात्राओं ने डीआईओएस को बताया कि उनके साथ शोहदे बदसलूकी करते हैं।

हाल के दिनों में हुईं कुछ प्रमुख घटनाएं

25 सितंबर 2018: सहजनवा एरिया में स्कूल जा रही 10वीं की छात्रा से युवक ने छेड़छाड़ की। शिकायत के दो दिन बाद पुलिस हरकत में आई।

28 अगस्त 2018: गोरखनाथ एरिया की रहने वाली एक छात्रा को शोहदे ने शादी न करने पर अपहरण की धमकी दी। शिकायत सामने आने पर शोहदे के खिलाफ पुलिस एक्शन में आई।

15 अगस्त 2018: बेलीपार एरिया के एक स्कूल में कार्यक्रम में शामिल छात्राओं संग युवकों ने बदसलूकी की। स्कूल प्रशासन के लोगों के मना करने पर मारपीट की। उधर शाहपुर के पादरी बाजार में स्कूल में कार्यक्रम देखने पहुंचे शोहदों ने छात्राओं संग छेड़छाड़ की।

20 जुलाई 2018: सहजनवा एरिया में भाई के साथ बाइक से घर लौट रही दसवीं की छात्रा संग बदसलूकी हुई। भाई के मना करने पर शोहदों ने उसे पीटकर घायल कर दिया।

7 मार्च 2018: गुलरिहा एरिया में दिव्यांग किशोरी संग युवक ने बदसलूकी की। परिजनों की शिकायत पर पुलिस मामला टालती रही। बाद में दबाव पड़ने पर पुलिस हरकत में आई।

5 फरवरी 2018: गुलरिहा एरिया में रहने वाली एक महिला प्रोफेसर के साथ शोहदों ने बदसलूकी की। महिला प्रोफेसर की शिकायत पर पुलिस हरकत में आई।

पीडोफीलिया की बीमारी, संतुष्टि के लिए हरकत

छेड़खानी की हरकत आदतन तो होती है। इसके साथ इसकी वजह दिमाग का केमिकल लोचा भी हो सकता है। साइकियाट्रिस्ट की राय में शोहदों की हरकत के लिए एक मानसिक बीमारी पीडोफीलिया भी जिम्मेदार हो सकती है। डॉक्टर्स की राय में ऐसी बीमारी से ग्रसित शख्स को इन हरकतों से बेहद संतुष्टि मिलती है और वह युवती या महिला को देखते ही छेड़खानी को उतारू हो जाते हैं।

यह एक आदत है जो सुधरती नहीं

अधिकांश लोगों में हैबिट होती है कि वे युवतियों या महिलाओं के सामने आते ही उन्हें घूरने लगते हैं और उनके संग छेड़खानी करने लगते हैं। टीनेज में यह ज्यादा होती है और इस हरकत में उन्हें बेहद मजा आता है। कुछ मामलों में लोग ऐसा करना नहीं चाहते लेकिन ग्रुप में होने की वजह से वह मौज-मस्ती के लिए ऐसा करते हैं।

यंग और ओल्डएज में होती है बीमारी

छेड़खानी के लिए मानसिक बीमारी पीडोफीलिया भी जिम्मेदार होती है। यह बीमारी यंग और ओल्डएज वालों को बराबर होती है। इस बीमारी से ग्रसित लोग छेड़खानी करने पर मानसिक संतुष्टि का अनुभव पाते हैं। ऐसे लोग ज्यादातर भीड़भाड़ वाली जगहों पर भी छेड़खानी से बाज नहीं आते हैं।

वर्जन

असल में इसमें मनोविज्ञान काम करता है। इसके लिए परिवार का बैक ग्राउंड भी जिम्मेदार होता है। कोई इस तरह की हरकत करता है तो उसका उस समय विरोध न होने से मन बढ़ जाता है। पीडि़त की चुप्पी से उनका मन बढ़ता है। धीरे-धीरे इस तरह की घटनाओं से प्रोत्साहन मिलता है। संबंधित समाज में इसका तीव्र विरोध हो तो इन घटनाओं को रोकने में मदद मिलती है। इस तरह की घटनाएं करने वाले लोग मनोवैज्ञानिक रूप से अलग होते हैं। सेल्फ कंट्रोल और सेल्फ रेग्युलेशन नहीं होता है। नैतिक मूल्यों को लेकर ये लोग सचेत नहीं होते है। इसका संबंध बायोलॉजिक फंक्शन की गड़बड़ी से भी होता है। अभी इस पर रिचर्स चल रही है।

- डॉ। धनंजय कुमार, साइकोलॉजिस्ट