- एसआईटी संडे को पूछताछ के लिए गई एलबीएस मसूरी

- गेस्टहाउस से भी रूबी के ठहरने के रिकॉर्ड जुटाए गए

DEHRADUN : मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री प्रशासनिक एकेडमी में फर्जी महिला आईएएस मामले में संडे को फिर पुलिस की स्पेशल इंस्वेस्टिगेशन टीम ने अकादमी में जाकर गहन पूछताछ की। टीम ने वहां कुछ लोगों से पूछताछ करने के साथ ही मसूरी के कई स्थानों पर जाकर जानकारी जुटाई। टीम मसूरी के शुभम गेस्ट हाउस और उस टेलर की दुकान पर भी गई, जहां रूबी ने अपनी यूनिफॉर्म सिलवाई थी। अधिकारियों का कहना है कि अब तक रूबी की निशानदेही पर बरामद हुए साक्ष्यों का परीक्षण कराया जा रहा है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

रिमांड के बाद इंवेस्टिगेशन शुरू

एसआईटी ने चार दिन की पुलिस रिमांड के बाद रूबी चौधरी को शुक्रवार शाम को जेल भेज दिया गया है। शुक्रवार को पुलिस रूबी को लेकर मसूरी गई थी। वहां पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए थे, जिनमें अकादमी के रिसेप्शन का कर्मचारी, टेलर से रूबी की यूनिफॉर्म लेकर आने वाला कर्मचारी और लाइब्रेरी के कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध मिली थी। सूत्रों के मुताबिक अब पुलिस इन सभी लोगों पर शिकंजा कसने की तैयारी कर रही है।

परिसर के अंदर एक घंटे रही पुलिस

इसके मद्देनजर रविवार को विशेष जांच दल की प्रभारी एसपी सीआईडी शाहजहां अंसारी, सीओ मसूरी रामेश्वर प्रसाद डिमरी और कोतवाल मसूरी चंदन सिंह बिष्ट ने मसूरी में पड़ताल की। टीम करीब एक घंटा अकादमी परिसर के भीतर भी रही। बताया जा रहा है कि वहां टीम ने अकादमी के उन कर्मचारी से पूछताछ की जो सितंबर ख्0क्ब् में रूबी चौधरी की यूनिफॉर्म को टेलर के यहां से लेकर आया था। इसके बाद टीम ने एकेडमी की लाइब्रेरी स्टाफ के आवास पर जाकर उनसे पूछताछ की। टीम ने देव सिंह व उसके परिजनों से भी पूछताछ की है।

शुभम गेस्ट हाउस गई पुलिस

संडे को जांच टीम ने लाइब्रेरी चौक स्थित शुभम गेस्ट हाउस में जाकर यहां से रूबी चौधरी के रुकने के संबंध में रिकॉर्ड जुटाए। इस बाबत डीआईजी गढ़वाल रेंज संजय कुमार गुंज्याल का कहना है कि रूबी से पूछताछ और उसकी निशानदेही पर जो कुछ सामने आया है, उससे कई लोगों के इसमें शामिल होने आशंका जताई जा रही है। इसलिए कई लोगों से भी पूछताछ की जानी है। पुलिस को इस मामले में काफी हद तक सफलता मिली है।

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सुरक्षा गार्ड को मानहानि का नोटिस

एलबीएस के उपनिदेशक सौरभ जैन ने अकादमी के गार्ड देव सिंह को एक करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा है। नोटिस में जैन के अधिवक्ता की ओर से उल्लेख किया गया है कि रूबी चौधरी को अकादमी में प्रवेश से लेकर वहां ठहराए जाने तक सब देव सिंह के कारण ही हुआ है। ऐसे में अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए उपनिदेशक का नाम लिया जा रहा है। बता दें कि रूबी चौधरी के बाद गार्ड देव सिंह ने भी इस मामले में सौरभ जैन का नाम लिया था।

आरोपों को खारिज किया

अकादमी के निलंबित गार्ड देव सिंह को उपनिदेशक सौरभ जैन के अधिवक्ता मनोज शैली की ओर से नोटिस भेजा गया है। उन्होंने सौरभ जैन पर रूबी चौधरी और देव सिंह के आरोपों को पूरी तरह से खारिज किया है। उन्होंने नोटिस में उल्लेख किया है कि अकादमी की प्राथमिक सुरक्षा देव सिंह के हाथों में है। यहां कौन आता है? कौन जाता है? उनकी गतिविधियों पर ध्यान रखना गार्ड का कर्तव्य है, लेकिन देव सिंह ने ऐसा नहीं किया। उल्टे रूबी को अंदर दाखिल होने दिया और अपने मकान में रखा। अधिवक्ता ने यह भी उल्लेख किया कि देव सिंह और रूबी के इन आरोपों से सौरभ जैन की मानहानि हुई है। अधिवक्ता ने कुल एक करोड़ रुपए की मानहानि का नोटिस भेजा और एक लाख रुपए में मामले की पैरवी करने को अग्रिम देने को कहा है।