-परिवारीजनों को ढांढस बंधाने पहुंचे सीएम अखिलेश यादव, आजम खान रात से ही रहे मौजूद

-अंतिम यात्रा में उमड़ा हुजूम, बड़ी संख्या में अधिवक्ताओं के साथ शहर की नामचीन हस्तियां हुई शामिल

ALLAHABAD: एक्स एडवोकेट जनरल सैय्यद मोहम्मद अली काजमी के जनाजे में शामिल होने के लिए शहरवासियों का हुजूम उमड़ पड़ा। रसूलपुर कब्रिस्तान में उन्हें मिट्टी देने के लिए हजारों लोग मौजूद थे। इसमें हाई कोर्ट के अधिवक्ता और जस्टिस के अलावा तमाम स्वयं संगठनों के लोग तथा प्रदेश सरकार के मंत्री शामिल थे। श्री काजमी के परिवार के सदस्यों का दु:ख बांटने के लिए प्रदेश के सीएम अखिलेश यादव खुद बिना किसी पूर्व घोषित प्रोग्राम के श्री काजमी के घर पहुंचे। उन्होंने कहा कि पूरा समाजवादी परिवार दु:ख की इस घड़ी में उनके साथ है, आप लोग अपने आपको अकेला बिल्कुल न समझें।

सुबह से ही लगा रहा लोगों का तांता

लूकरगंज स्थित श्री काजमी के आवास पर उनकी बॉडी पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार की देर शाम ही पहुंच गई थी। उनके अंतिम दर्शन के लिए पूरी रात लोगों का आना-जाना लगा रहा। इसमें प्रदेश सरकार के कबीना मंत्री आजम खान भी शामिल थे। घोषित प्रोग्राम के अनुसार सुबह नौ बजे उनका जनाजा आवास से ही निकलना था। रसूलपुर कब्रिस्तान के लिए जनाजा रवाना होने से पहले ही हजारों की संख्या में लोग पहुंच चुके थे। गमगीन माहौल में सभी परिवार के सदस्यों को ढांढस बंधाने की कोशिश कर रहे थे। मंत्री आजम खान भी सुबह से ही वहां मौजूद थे और परिवारवालों को सांत्वना देने के साथ ही अंतिम यात्रा की तैयारियों भी पर नजर रखे हुए थे।

बिना पूर्व कार्यक्रम पहुंचे सीएम

ऐसा नहीं है कि बुधवार को सीएम अखिलेश यादव का इलाहाबाद में कोई प्रोग्राम नहीं था। उन्हें आना था लेकिन हंडिया विधायक के तिलकोत्सव प्रोग्राम में शिरकत करने के लिए। उनका कुल ब्0 मिनट का प्रोग्राम इसके लिए निर्धारित था। उनका हेलीकाप्टर लैंड भी हंडिया में ही करना था। लेकिन, सीएम का प्रोग्राम अंतिम समय में चेंज हो गया। उन्होंने स्व। काजमी के आवास पर जाकर परिवार के सदस्यों से मिलने का फैसला लिया। सीएम को देखते ही परिवार के सदस्य भावुक हो उठे। इस पर सीएम ने उन्हें ढांढस बंधाया और कहा कि हम सब दु:ख की इस बेला में आपके साथ हैं। उनके साथ कैबिनेट मंत्री रघुराज प्रताप सिंह राजा भइया, एडवोकेट जनरल विजय बहादुर सिंह भी थे। इसके अलावा क्रांगेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं विधायक डा। रीता बहुगुणा जोशी, पूर्व सांसद अतीक अहमद, विधायक विजमा यादव, सईद अहमद, हाजी परवेज अहमद भी स्व। काजमी के आवास पर पहुंचे।

रास्ते में लोग जुड़ते गए

जनाना घर से निकलकर रसूलपुर कब्रिस्तान की तरफ बढ़ा तो रास्ते में लोग भी इसमें शामिल होते चले गए। जनाजा सब्जी मंडी रोड, नूरुल्ला रोड होते हुए कब्रिस्तान पहुंचा। यहां मौजूद लोगों ने पहले फातिया पढ़ा। इसके बाद पार्थिव शरीर को कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया गया। उन्हें मिट्टी देने के लिए भी भीड़ उमड़ पड़ी।

मौत पर गमगीन रहा शहर

पूर्व महाधिवक्ता की मौत पर तमाम संगठनों ने दु:ख जाहिर किया। हाईकोर्ट बार एसोसिएशन की राकेश पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई मिटिंग में उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी गई। वाइस ऑफ लॉ एण्ड जस्टिस की ओर से भी शोक सभा का आयोजन हुआ। जिसमें मौजूद लोगों ने महाधिवक्ता की मौत को विधि जगत एवं विधिक साहित्य के क्षेत्र में एक अपूर्णनीय क्षति बताया है। अखिल भारतीय अल्पसंख्यक अधिवक्ता एसोसिएशन के सदस्यों ने शोक व्यक्त किया है। महबूब अली इंटर कालेज परिसर में खुर्शीद अनवर की अध्यक्षता में आयोजित शोक सभा में दिवंगत आत्मा की शांति के लिए दुआ की गई। मानव एकता संघ के इरशाद अंसारी की अध्यक्षता में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। इसमें लोगों ने काजमी के निधन को अपूरणीय क्षति बताया। तमाम व्यापार मंडल संगठनों ने भी स्व। काजमी को श्रद्धांजलि देने के लिए शोक सभा का आयोजन किया। इस मौके पर मौन रखकर मृतात्मा की शांति के लिए प्रार्थना की गई।