चीफ प्रॉक्टर ने डीएम व एसएसपी से मांगी फोर्स

कहा कार्यक्रम वाले दिन पर्याप्त पुलिस बल देना सुनिश्चित करें

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ उद्घाटन समारोह में आ रहे यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का विरोध बढ़ चला है। एक तरफ छात्रों का एक वर्ग पूर्व मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को कैंसिल करवाने पर अड़ा है तो दूसरी ओर सपा से जुड़े छात्र चौराहे चौराहे होर्डिग लगवाकर अखिलेश यादव के स्वागत की जोरदार तैयारी कर रहे हैं। इसी क्रम में यूनिवर्सिटी में शुक्रवार को छात्रों ने पैदल मार्च निकाला और एक्टिंग वीसी और स्टेट आफिसर का घेराव करने पहुंचे। लेकिन वीसी समेत सभी जिम्मेदार अफसर छात्रों के आने की धमक से अपने ऑफिस ही नहीं पहुंचे।

कोई नहीं मिला

छात्रनेता रजनीश सिंह रिशू की अगुवाई में कैम्पस में प्रदर्शन करने पहुंचे छात्रों ने कहा कि कुलपति प्रो। आरएल हांगलू पहले ही छुट्टी पर जा चुके हैं। उनकी जगह एक्टिंग वीसी प्रो। केएस मिश्रा को ऑफिस में होना चाहिए था। लेकिन वे विरोध की जानकारी होने के बाद कैम्पस से निकल गये। स्टेट अफसर भी ऑफिस नहीं पहुंचे। छात्रों ने स्टेट अफसर के ऑफिस से छात्रसंघ उद्घाटन समारोह को दी गई मंजूरी वाला लेटर निकालकर भी सार्वजनिक कर दिया। नीरज प्रताप सिंह, आनंद सिंह निक्कू, सौरभ, अंकित, अवधेश पांडे, दिनेश, अमित तिवारी, अभय यादव, अशोक यादव, हर्ष सिंह, अनुराग पाल, मुकेश मौर्य आदि ने सोमवार को विवि में तालाबंदी की चेतावनी दी है। छात्रों का कहना है कि इस दौरान किसी भी अफसर को कैम्पस में घुसने नहीं दिया जायेगा। उधर, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने छात्रसंघ भवन पर अखिलेश यादव का पुतला फूंका।

गंभीर परिणाम के लिए चेताया

इधर, इविवि के चीफ प्रॉक्टर प्रो। आरएस दुबे ने लॉ एंड आर्डर को सुनिश्चित किए जाने के लिए डीएम सुहास एल। वाई एवं एसएसपी आकाश कुलहरी को पत्र लिखा है। चीफ प्रॉक्टर ने पत्र में कहा है कि 14 फरवरी के कार्यक्रम के लिए इस शर्त पर अनुमति प्रदान की गई है कि यह किसी पार्टी का कार्यक्रम नहीं होगा। इसके लिए अध्यक्ष समेत तीन अन्य पदाधिकारियों ने अपनी मंजूरी भी दी है। चीफ प्रॉक्टर के मुताबिक इस तरह के कार्यक्रमों को पूर्व में भी मंजूरी दी जाती रही है। डीएम और एसएससी को सपा समर्थकों की प्लानिंग से अवगत कराते हुए कहा गया है कि इस कार्यक्रम में करीब एक लाख लोगों के उमड़ने का अनुमान है। उन्होंने बताया है कि पूर्व के वर्षो में ऐसे ही आयोजन में बुलाए गए तत्कालीन सांसद और वर्तमान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आने पर जिला प्रशासन ने रोक लगा दी थी। कहा है कि समर्थन और विरोध के गंभीर परिणाम सामने आ सकते हैं। ऐसे में डीएम और एसएसपी पर्याप्त पुलिस बल तैनात करना सुनिश्चित करें।