RANCHI: पांकी विधानसभा क्षेत्र के पूर्व प्रत्याशी शशिभूषण मेहता व ओडि़शा के पूर्व डीजीपी संजीव मारिक ने जेएमएम का दामन थाम लिया है। सोमवार को जेएमएम सुप्रीमो शिबू सोरेन व कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन की मौजूदगी में दोंनो का पार्टी में माला पहनाकर स्वागत किया गया। मौके पर शिबू सोरेन ने कहा कि राज्य के उच्च अधिकारी के रूप में संजीव मारिक का झारखंड के साथ पुराना नाता रहा है। वहीं, शशिभूषण मेहता कर्मठ नेता हैं। इनके पार्टी में आने से जेएमएम और भी मजबूत होगा। मौके पर संजीव मारिक ने कहा कि वे मूलरूप से गोड्डा के रहने वाले हैं। हेमंत सोरेन के क्ब् माह के कार्यकाल से प्रभावित होकर उन्होंने जेएमएम को ज्वाइन किया है। वहीं, शशिभूषण मेहता ने कहा कि राज्य का विकास जेएमएम ही कर सकता है। इसी उम्मीद व सोच के साथ उन्होंने मोर्चा का दामन थामा है। संजीव मारिक ने कहा कि झारखंड में पहले मूलवासियों को खत्म किया गया। अब यहां की सरकार आदिवासियों का हक छीनने का प्रयास कर रही है।

सरकार की नीति फूट डालो राज करो

शिबू सोरेन ने कहा कि अलग-अगल क्षेत्रों के अंतिम सर्वे को ही स्थानीय नीति का आधार माना जाए। लेकिन सरकार ने ऐसा नहीं किया। रघुवर सरकार ने जिस स्थानीय नीति को घोषित किया है, उसे बनाने वाले सभी बाहरी हैं। इसके अनुसार, दूसरे राज्य से आकर मैट्रिक लिखकर कोई भी व्यक्ति राज्य का स्थायी निवासी बन सकता हैं। बाप दूसरे राज्य का स्थायी निवासी और बेटा झारखंड का स्थायी निवासी बन जाएगा। ऐसा होने नहीं देंगे। इसके लिए हम लोग विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि खतियानधारी जो पहले से ही राज्य के मालिक हैं, उसे फिर से परिभाषित करने की क्या जरूरत है। सरकार ऐसा कर क्या दर्शाना चाहती है। यह बिल्कुल आदिवासी-मूलवासी को समाप्त करने की साजिश है। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास फूट डालो और राज करो के तहत शासन कर रहे हैं।