घर के तीसरे मंजिल पर स्थित कमरे में मारी गोली

बेली में डॉक्टरों ने घोषित किया मृत

ALLAHABAD: घर के तीसरे मंजिल पर स्थित कमरे में पूर्व आईजी रामअधार के बेटे आलोक प्रकाश ने गुरूवार सुबह खुद को गोली मार ली। घटना के वक्त परिवार के सभी लोग ग्राउंड फ्लोर पर थे। गोली की आवाज सुन कर लोग कमरे में पहुंचे तो वह खून से लथपथ बिस्तर पर पड़ा था। यह देख परिवारीजनों में कोहराम मच गया। आननफानन परिजन उसे लेकर बेली अस्पताल पहुंचे। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना कैंट थाना क्षेत्र के म्योराबाद स्थित कमलानगर मोहल्ले की है।

चार भाई में दूसरे नंबर का था मृतक

मूल रूप से कटका लक्षीपुर झूंसी निवासी पूर्व आईजी रामअधार 2005 में रिटायर होने के बाद परिवार सहित कमलानगर स्थित आवास पर शिफ्ट हो गये। उनके चार बेटे संगम लाल, आलोक प्रकाश, अरविंद्र प्रकाश व आशुतोष हैं। दूसरे नंबर के आलोक प्रकाश यहां परिवार के साथ रहता था। वह सोरांव के नहरददोली में स्थित पेट्रोल पंप का काम देखता था। सुबह करीब 11 बजे वह मकान के तीसरे फ्लोर पर स्थित कमरे में पेट्रोल पंप पर जाने के लिए तैयार हो रहे थे। परिवार के सभी सदस्य ग्राउंड फ्लोर पर थे। इसी बीच अचानक आलोक प्रकाश ने लाइसेंसी बंदूक से खुद को गोली मार ली। सीने में गोली धंसते ही खून से तरबतर हो कर वह बिस्तर पर गिर पड़े। गोली की आवाज सुनते ही परिजन भाग कर कमरे में पहुंचे। कमरे का सीन देखकर कोहराम मच गया। मां फूलवती व पत्‍‌नी सरिता अचेत हो गई। आनन-फानन में परिजन उसे लेकर बेली अस्पताल पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मौके पर पहुंची बेली चौकी व कैंट पुलिस काफी देर तक सुसाइड की वजह टटोलने में जुटी रही। देर शाम तक घटना की वजह क्लियर नहीं हो सकी।

बेटे के नाम पर पेट्रोल पम्प

आलोक प्रकाश के दो बच्चे हैं। एक बेटा जिसका नाम टू-टू और बेटी का नाम डॉली है। पूरे परिवार के साथ वह खुद दोनों से बेपनाह प्यार किया करता था। नहर ददोली स्थित पेट्रोल पम्प टू-टू फ्यूल स्टेशन बेटे के नाम से ही है।

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डबल बैरल थी बंदूक

घटना की खबर सुनते ही पूर्व आईजी रामअधार के घर शुभचिंतकों की भीड़ लग गई। सभी घटना से स्तब्ध थे। आलोक के चाचा रामबली ने बताया कि जिस बंदूक से उसने सुसाइड की वह डबल बैरल थी। ऐसा उसने क्यों किया यह बात किसी की समझ में नहीं आ रही। कोई ऐसी बात नहीं थी जिससे वह इतना व्यथित रहा हो। वे दूसरों को हौसले से जीने की सीख दिया करता था।

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तीन जगह रहते हैं तीन भाई

चाचा राम बली ने बताया कि उनका बड़ा भतीजा संगम लाल लखनऊ के एक इंटर कॉलेज में टीचर है। टीचिंग के साथ वे लखनऊ स्थित पेट्रोल का भी काम देखता है। तीसरे नंबर का भतीजा पीसीएस अधिकारी है। वह भी यहां नहीं रहता। चौथे नंबर का भतीजा आशुतोष पूर्व प्रमुख बहादुरपुर ब्लाक झूंसी में ही रहता है। तीनों का यहां आना आना लगा रहता है। अकेले आलोक प्रकाश माता पिता के साथ घर पर रहता था।