गौरतलब हो कि अपराधकर्मियों का सरगना होने के आरोप में पूर्व में ही कांग्रेस के बड़कागांव विधायक योगेंद्र साव हजारीबाग जेल में बंद हैं। योगेंद्र साव मामले की जांच सीआईडी खुद कर रही है। इसमें सीआईडी ने पाया है कि योगेंद्र साव की मानव तस्कर पन्ना लाल समेत उग्रवादी संगठनों से बातचीत होती थी। गौरतलब हो कि जब योगेंद्र साव सरकार में कृषि मंत्री थे तो हजारीबाग एसपी मनोज कौशिक ने एक गिरोह को दबोचा था। जिसने पुलिस को बताया था कि योगेंद्र साव ही उन्हें हथियार खरीदने और संगठन चलाने के लिए पैसे देते थे। इस बात पर हजारीबाग पुलिस ने डीजीपी से बात की थी और योगेंद्र साव को आरोपी बनाया गया था। यहां बता दें कि सीआईडी ने इस मामले में योगेंद्र साव समेत दस आरोपियों के खिलाफ कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। योगेंद्र साव के खिलाफ 17 सितंबर को अदालत से गिरफ्तारी वारंट जारी हुआ था। इसके बाद वे फरार हो गए थे। बाद में सीआईडी ने उन्हें दिल्ली में मानव तस्कर पन्नालाल महतो के घर से गिरफ्तार किया था।

छात्र हत्याकांड में जेल की सजा काट रहे हैं सावना लकड़ा

गढ़वा के छात्र अविनाश कुमार तिवारी हत्याकांड में खिजरी के पूर्व कांग्रेस विधायक सावना लकड़ा बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा में बंद हैं। गौरतलब हो कि विधायक ने अपने अंगरक्षकों के साथ मिलकर गढ़वा के छात्र अविनाश कुमार तिवारी की गोली मारकर हत्या कर दी थी और शव को छिपाने की नीयत से कर्रा इलाके में जाकर फेंक दिया था। इस मामले में अविनाश के परिजनों ने सावना लकड़ा पर हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। नामकुम थाने में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने सावना लकड़ा को गिरफ्तार कर जेल भेजा था। इस मामले की सुनवाई अदालत में हुई। अदालत ने सावना लकड़ा को दोषी करार देते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई है।

हत्या के आरोप में जेल जा चुके हैं पौलुस सुरीन

तोरपा के विधायक रह चुके पौलुस सुरीन पर आरोप लगा है कि वे पीएलएफआई के मेंबर होने के नाते जेल गए हैं। उन पर एक हत्या का भी केस चल रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, पोलुस सुरीन पूर्व नक्सली रह चुके हैं और तोरपा में नक्सलियों के लिए स्कूल भी खोलने की बात सामने आई थी।