-श्याम जाजू के सामने बड़थ्वाल बोलीं, मोदी हमारे नेता

-रुद्रप्रयाग में टिकट न मिला, तो कंडारी फिर से कांग्रेस में

-बीजेपी, कांग्रेस में ज्वाइनिंग कराने का सिलसिला तेज

DEHRADUN: सियासी संग्राम में फंसे बीजेपी और कांग्रेस में एक-दूसरे से पाला बदल कराने का सिलसिला तेज हो गया है। पार्टी के बडे़ नेता अपने बागियों को मनाने में भी जुटे हैं। इस लिहाज से देखें, तो दोनों ही पार्टियों के पास खुश होने के लिए शनिवार को कुछ चीजें दिखाई दीं। यमकेश्वर सीट पर दिक्कत झेल रही बीजेपी के चेहरे पर मुस्कराहट की वजह सिटिंग एमएलए विजया बड़थ्वाल बनीं, जिन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ने का इरादा छोड़ दिया। दूसरी तरफ, पूर्व कैबिनेट मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता मातबर सिंह कंडारी ने कमल का साथ छोड़कर हाथ का साथ पकड़ लिया।

विजया बड़थ्वाल नहीं रहीं अब बागी

यमकेश्वर सीट पर तीन बार से लगातार जीत रहीं पूर्व कैबिनेट मंत्री विजया बड़थ्वाल का इस बार टिकट काट दिया गया है। बीजेपी ने पूर्व सीएम बीसी खंडूड़ी की पुत्री ऋतु को टिकट दिया है। आहत बड़थ्वाल ने बागी बतौर चुनाव लड़ने का निर्णय लिया था। उन्होंने नामांकन भी करा लिया है, मगर शनिवार को बीजेपी के प्रदेश प्रभारी श्याम जाजू और पूर्व सीएम विजय बहुगुणा के सामने उन्होंने पार्टी के खिलाफ न जाने का भरोसा दिलाया। उन्होंने कहा-मोदी उनके नेता हैं।

कंडारी ने फिर छोड़ा बीजेपी का साथ

पूर्व कैबिनेट मंत्री मातबर सिंह कंडारी अपने बेटे और रुद्रप्रयाग के बीजेपी जिलाध्यक्ष समेत कई लोगों के साथ शनिवार को कांग्रेस में शामिल हो गए। कंडारी का टिकट काटकर रुद्रप्रयाग सीट पर इस बार बीजेपी ने भरत सिंह चौधरी को उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस भवन में सीएम हरीश रावत और पीसीसी चीफ के सामने कंडारी ने कांग्रेस में जाने का ऐलान किया। इससे पहले ख्0क्फ् में भी कंडारी ने बीजेपी छोड़ दी थी, उस वक्त भी टिहरी संसदीय सीट के उपचुनाव में पार्टी ने टिकट की उनकी मांग को पूरा नहीं किया था। कंडारी यूपी के जमाने में भी मंत्री रह चुके हैं। नेता प्रतिपक्ष से लेकर कई अन्य जिम्मेदारी भी उन्होंने निभाई है।