PATNA : बीते चार-पांच महीनों से क्लास रूम में रिनोवेशन के कारण बीएन कॉलेज में स्टूडेंट्स की पढ़ाई ठप है। हालांकि इसमें से कुछ काम तो क्लियर हुआ है वहीं बहुत कुछ करना अभी बाकी भी है। ऐसी स्थिति में स्टूडेंट्स की पढ़ाई-लिखाई काफी पिछड़ गया है। छात्र इस मामले में खुलकर तो सामने नहीं आ रहे हैं लेकिन, अपनी व्यथा आपस में ही व्यां कर रहे हैं। इसके अलावा अब बीए, बीएससी पार्ट थ्री का एग्जाम डेट निकल चुका है। ऐसे में हजारों छात्रों को बिना पूरी पढ़ाई के ही परीक्षा देने का संकट दिख रहा है।

थ्योरी का क्या करें ?

कई छात्रों का केवल एक ही सवाल है कि थ्योरी का क्या करें? वो मानते हैं कि प्रैक्टिकल में तो कुछ हद तक समस्याओं का समाधान हो सकता है जब उसे बाहर ओपन फिल्ड में कराया जाए तब। लेकिन थ्योरी तो क्लास में ही होगी। ऐसे मामले को लेकर कला संकाय के अधिकांश विभागों में यह समस्या काफी गंभीर हो गई है। भूगोल विभाग के अनुपम आनंद का कहना कै कि सिलेबस अभी बाकी है, जबकि समय बहुत कम है।

चारों ओर गंदगी और कबाड़

अभी कॉलेज में रेग्यूलर क्लासेज चलने का समय है। इस बीच रिनोवेशन का काम करने के लिए विभिन्न विभागों के क्लास रूम के आस-पास टाइल्स, लकडि़यां और बिजली के तार बिखरे पड़े हैं। इसके कारण रूटीन क्लास को चलाने के लिए एकमात्र सहारा कला संकाय की बिल्डिंग के उपरी हिस्सा ही है। हालांकि अभी यहां भी रिनोवेशन पूरा नहीं हुआ है।

ठंड में सुबह-सुबह क्लास

एक तरफ ठंड ने कहर बरपा रखा है वहीं और दूसरी ओर रिनोवेशन के काम को लेकर कुछ विभागों में सिलेबस समय पर पूरा करने के लिए सुबह-सुबह ही क्लास कराने की मजबूरी है। मैथ डिपार्टमेंट के छात्र आनंद ने बताया कि सुबह-सुबह क्लास के लिए आना मुश्किल होता है। लेकिन अभी तो यही स्थिति है। वहीं, पॉलिटिकल साइंस विभाग के छात्र मंतोष का कहना है कि सिलेबस पीछे चल रहा है। छात्रों को क्लास रूम में बैठने में परेशानी होती है।

दस कमरे, लेकिन सभी इंगेज

कला संकाय के उपर ही दस बड़े कमरे हैं, जिसमें ऑनर्स के क्लासेज चलते हैं। लेकिन इसमें से सभी इंगेज हैं रिनोवेशन के कारण नीचे का हिस्सा भी आधा अधूरा काम के कारण बंद पड़ा है। कमरों में कबाड़ भरकर रखा गया है। इससे यहां किसी सूरत में क्लास नहीं चल सकता है। रिनोवेशन के कारण कला और विज्ञान दोनों ही संकाय के छात्रों के लिए परेशानी है।

कैसे करें लैब, इस हाल में

लाइब्रेरी के सामने के फिजिक्स और कैमेस्ट्री लैब को रिनोवेट कर रंगाई-पुताई बाहर में किया गया है। ऐसे में इस लैब की फिलहाल कोई उपयोगिता नहीं है। लैब के सामान भी बेतरतीब तरीके से जमा कर रखे गए हैं। उधर, सांख्यिकी विभाग में भी क्लास रूम के अंदर और बाहर इलेक्ट्रिकल वायरिंग का काम बाकी है। भूगोल विभाग के दाहिनी ओर की बिल्डिंग की भी कमोबेश यही हाल है।

क्भ् दिनों में चालू हो सकेगा

रिनोवेशन वर्क कैंपस में चलने के कारण हो रही परेशानी के बारे में प्रिंसिपल डॉ राजकिशोर प्रसाद का कहना है कि कला संकाय के उपर के दस बड़े कमरों में से चाल जल्द ही तैयार हो जाएगा। जबकि कला संकाय के उपर के दस कमरों को चालू होने में कम से कम क्भ् दिनों का समय लगेगा। हालांकि उन्होंने नहीं बताया कि पूरा काम कब तक पूरा होगा।

करीब दो माह क्लास बाधित रहा। अब छात्रों के सामाने चिंता है कि आखिर कैसे पीछे रह गए सेलेबर्स की पढ़ाई पूरी की जाए। पढ़ाई का समय निकल जाने से परेशान हैं।

- विश्वनाथ , छात्र

रिनोवेशन और मेनटेनेंस का काम बीच में रूक गया था। यदि दीपावली सहित अन्य पर्व की छुट्टियों में काम कराया गया होता तो अब तक काम पूरा हो गया होता।

- ब्रिजेश कुमार, छात्र

बात सिर्फ रिनोवेशन की नहीं है बल्कि क्लास कैसे प्रॉपर तरीके से चले, यह भी ध्यान देने की जरूरत है। भूगोल विभाग के क्लास रूम में अभी भी अंधेरा रहता है।

- क्षविरंजन, छात्र