- एग्जाम जल्दी शुरू होने के कारण कैंपस में पसरा सन्नाटा

- पार्टीज को इलेक्शन में कंविंसिंग के लिए नहींमिल रहे स्टूडेंट्स

- पार्टीज के साथ जुड़कर काम करते आए हैं स्टूडेंट्स

Meerut : देश के जिस किसान पीएम के नाम से एक यूनिवर्सिटी हो, जिसमें हर कोई नेता बनने की ख्वाहिश रखता हो। आज यूनिवर्सिटी के वो ही स्टूडेंट्स राजनीति से दूर हैं। जी हां, ये बात पूरी तरह से सही है। इसका महत्वपूर्ण कारण है एग्जाम। लोकसभा इलेक्शन में कनवेंसिंग के लिए जिस यूथ की तलाश पॉलिटिकल पार्टीज को यूनिवर्सिटीज और कॉलेजों की ओर जाते हैं। उन्हें इस बार थोड़ा निराश होना पड़ सकता हैं। इसका एक बड़ा कारण है यूनिवर्सिटी के एग्जाम। जब मेरठ में इलेक्शन का दौर अपने पीक पर होगा। उस वक्त स्टूडेंट्स के एग्जाम चल रहे होंगे। वहीं स्टूडेंट्स इलेक्शन को छोड़ एग्जाम की ओर फोकस कर रहे हैं।

नहीं कर पा रहे हैं सपोर्ट

इलेक्शन के दौरान तमाम पॉलीटिकल पार्टीज के लीडर्स कनवेसिंग के लिए सीसीएसयू पहुंचते हैं। स्टूडेंट लीडर्स अपनी फेवरेट पार्टी के लिए स्टूडेंट्स को जोड़कर पार्टी के साथ जुड़कर उनका काम करते हैं। स्टूडेंट लीडर्स की मानें तो इस बार यहां से हम अपनी फेवरेट पार्टीज को सपोर्ट नहीं कर पा रहे हैं।

नहीं मिल रहा है रिस्पांस

सपोर्ट न कर पाने का कारण है कि इस साल यहां पर जल्द ही एग्जाम्स शुरू होने वाले हैं। तमाम स्टूडेंट्स एग्जाम्स की तैयारियों में बिजी हो चुके हैं। स्थानीय स्टूडेंट्स ने तो कैम्पस से किनारा कर लिया है। इलेक्शन की बात करने से भी वो कतरा रहे हैं। यहां तक कि उनके मोबाइल पर कॉल किया गया तो रिस्पांस भी नहीं मिला।

करियर के खातिर

एक अन्य स्टूडेंट लीडर ने बताया कि हॉस्टल में रहने वाले स्टूडेंट्स भी एग्जाम्स के चलते इलेक्शन से दूर रहना चाहते हैं। कई स्टूडेंट्स से जब कनवेसिंग की बात की गई तो किसी ना किसी बहाने से इनकार कर दिया। हॉस्टल में चर्चाएं तो बहुत हो रही हैं, लेकिन रिजल्ट को खराब होने से बचने के लिए स्टूडेंट्स किसी भी पॉलीटिकल पार्टीज के साथ डायरेक्ट कनवेसिंग में जुड़ना नहीं चाह रहे हैं। स्टूडेंट्स का कहना है कि इलेक्शन में वह पार्टीज के साथ तो जाना चाहते हैं, लेकिन करियर की खातिर हम लोग इससे दूर हैं। अगर एग्जाम में मा‌र्क्स अच्छे नहीं मिले तो फिर समस्या हो जाएगी।

वैसे तो मेन एग्जाम अप्रैल के मिड में होने की संभावना है। वोटिंग की डेट क्0 अप्रैल को फाइनल हुआ है। फिर भी कंवेंसिंग के लिए यूथ को खींच पाना काफी मुश्किल होगा। क्योंकि बच्चे अपने एग्जाम पर फोकस कर रहे होंगे।

- अंकुर मुखिया, छात्र नेता

इस बार इलेक्शन और एग्जाम काफी नजदीक हैं। दोनों को मैनेज कर पाना काफी मुश्किल हैं। फिर भी हम थोड़ा बहुत समय निकालने की कोशिश जरूर करेंगे।

- विराट चौधरी, छात्र नेता