- कटे हुए आंसर पर भी करनी होगी परीक्षकों को जांच

Meerut यूपी बोर्ड एग्जाम की कॉपियों के मूल्यांकन के लिए क्क् अप्रैल की डेट तय हो गई है। मूल्यांकन के लिए जहां परीक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है। वहीं बोर्ड ने स्टूडेंट्स के भविष्य का ख्याल करते हुए एक महत्वपूर्ण फैसला भी दिया है। बोर्ड का कहना है कि इस तरह के मामले भी सामने आते हैं कि स्टूडेंट्स से अपना वैर निकालने के चक्कर में उसकी कॉपी पर कट के निशान लगा दिए जाते हैं। ऐसे में स्टूडेंट्स के मा‌र्क्स कट जाते हैं।

जांच करके देंगे नंबर

मगर बोर्ड ने इसका एक रास्ता निकाला है। बोर्ड ने निर्देश दिए हैं कि अगर स्टूडेंट्स की कॉपी में इस तरह के कट करने की आशंका सामने आती है और वो आंसर सही हो, तो ऐसी संभावना में मूल्यांकन करने वाले निरीक्षक को उस आंसर पर भी नंबर देने होंगे। बोर्ड का मानना है कि अगर कोई स्टूडेंट गलत आंसर लिख देता है, तो उसे काटने के लिए या तो क्रॉस का निशान लगाएगा। या फिर उस पर रफ काम लिखता है। मगर अगर किसी के द्वारा वैर निकालने के लिए आंसर पर कट लगाने का केस सामने आता है, या फिर कोई ऐसी कॉपी हाथ लग जाती है जिसमें सभी आंसर पर कट के निशान लगे होते हैं, तो ऐसी स्थिति में निरीक्षक को उस आंसर पर जांच कर नंबर देने होंगे।

भविष्य खराब न हो

डीआईओएस शिव कुमार ओझा ने बताया कि वैसे तो इस तरह के केस सिटी में कम ही पकड़ में आए हैं। फिर भी अगर निरीक्षकों के सामने इस तरह की स्थिति आती है, तो ऐसे में उन्हें कट किए हुए आंसर पर भी जांच करके नंबर देने होंगे। ऐसा इसलिए किया जा रहा है, ताकि स्टूडेंट्स का भविष्य खराब न हो।