- कच्ची के धंधे में शुरू हो गया वर्दी का खेल

- सिपाहियों से एसओ मांग रहे नो बिक्री सर्टिफिकेट

GORAKHPUR: जिले में कच्ची शराब के धंधे को नेस्तानाबूद करने का अभियान सुस्त पड़ने लगा है। कारोबार को ठप कराने में लगी वर्दी बहाने खोज रही है। आबकारी विभाग और पुलिस महकमा किसी तरह से अभियान निपटाने में जुटा है। पुलिस का कहना है कि सिपाहियों के तबादले हो गए हैं। रवानगी होने से प्रॉब्लम आ रही है।

एसओ मांग रहे नो बिक्री सर्टिफिकेट

लखनऊ में कच्ची शराब से हुई मौतों को लेकर गवर्नमेंट सख्त है। शासन के आदेश पर जिले में जोरशोर से कच्ची बंद कराने का अभियान चलाया गया। इस दौरान जिले भर में कार्रवाई हुई। तीन चार दिनों तक अभियान में तेजी रही। इसके बाद धीरे- धीरे अभियान सुस्त पड़ने लगा। इससे बचने का एक उपाय थानेदारों ने खोज निकाला। थानेदारों ने बीट सिपाहियों से शराब न बिकने का सर्टिफिकेट मांगना शुरू कर दिया। हालांकि सिपाहियों ने इस तरह का कोई सर्टिफिकेट देने से मना कर दिया। सिपाहियों का कहना है कि लाभ हर कोई उठाग रहा है। लिखित देने पर सिर्फ सिपाही नपेंगे।

आबकारी विभाग को चाहिए पीएसी का साथ

जिले में जिन जगहों पर कच्ची शराब का धंधा ज्यादा होता है। वहां पर छापेमारी से आबकारी विभाग कतराने लगा है। आबकारी विभाग अब अपने स्टाफ की कमी का रोना रो रहा है। तिवारीपुर एरिया के घुनघुनकोठा, डोमिनगढ़, सहजनवां एरिया के नगवा जैतपुर, पिपराइच एरिया के जंगल तिनकोनिया सहित कई जगहों पर फैक्ट्री चलती है। इन जगहों पर बड़ी कार्रवाई की जरूरत है। ऐसे में आबकारी विभाग को फोर्स का बहाना मिल गया है।

कमी नहीं है बहानों की

- थानों पर फोर्स की कमी

- आबकारी विभाग में मैनपावर की कमी

- आबकारी विभाग ने पीएसी की जरूरत जताई

- सिपाहियों से बीट में शराब न बिकने का सर्टिफिकेट लेने

- पब्लिक का सहयोग नहीं मिल रहा है।

सुबह से शाम तक कच्ची बनती है साहेब

अभियान के बावजूद कई जगहों पर कच्ची का धंधा बंद नहीं हो रहा है। शाहपुर एरिया में कच्ची शराब बनने की शिकायत एक महिला ने एसएसपी से की। उसने पत्र देकर कार्रवाई की मांग की। कहा कि सुबह से लेकर शाम तक कच्ची बनती और बिकती है। एसएसपी ने कार्रवाई करने का आश्वासन दिया।

कच्ची बंद कराने को निकाला जुलूस

कच्ची शराब बंद कराने के लिए ट्यूज्डे इवनिंग पब्लिक ने जुलूस निकाला। मुंशी प्रेम चंद पार्क के पास जमा होकर लोगों ने प्रदर्शन किया। लोगों ने जुलूस निकालकर कच्ची शराब का विरोध जताया। पुलिस और आबकारी विभाग के अफसरों से पूरे जिले में शराब बंद कराने की मांग की।

हमारे पास पर्याप्त फोर्स नहीं है। कच्ची शराब के बड़े अड्डों पर कार्रवाई ठीक से नहीं हो पा रही है। इसके लिए पीएसी बल की जरूरत पड़ रही है।

सदानंद चौरसिया, जिला आबकारी अधिकारी