इंडिया टीम अभी कौन सी चैंपियनशिप खेलने गई थी?

-काठमांडू में फोर्थ साउथ एशियन चैंपियनशिप खेली गई, जिसमें इंडिया के साथ नेपाल, भूटान, श्रीलंका और पाकिस्तान की टीम ने पार्टिसिपेट किया। इंडिया से 60 खिलाडिय़ों ने अपना दम दिखाया। इंडिया 20 गोल्ड मेडल समेत 32 मेडल जीतने के साथ चैंपियन बना, जिसमें एक खिलाड़ी इमरान यूपी के बनारस का था। उसने सिल्वर मेडल जीता।

मार्शल आर्ट सबसे पुराना गेम है। फिर भी पहचान का मोहताज है। क्यों?

-इंडिया की खेल नीति काफी कमजोर है। खिलाड़ी 8 घंटे प्रैक्टिस करता है, मगर रिजल्ट उसे जीरो मिलता है। न ही सम्मान मिलता है और न ही उसका फ्यूचर सेफ होता है। ऐसे में टैलेंट होने के बाद भी खिलाड़ी इस गेम से दूर भागता है। जो सीखते भी है, वे मेडल के लिए नहीं बल्कि फिटनेस बनाने के लिए।

क्रिकेट के सामने सारे गेम फीके पड़ते जा रहे हैं, क्यों?

-क्रिकेट में पैसा है, सम्मान है और स्पांसर की लंबी फौज है। साथ ही मीडिया ने भी इसे पब्लिक के बीच फेवरेट बना दिया है। जबकि अन्य गेम के पास यह सब नहीं है। इसी कारण अकेले मार्शल आर्ट नहीं बल्कि कबड्डी और हॉकी भी वल्र्ड में कई बार पहचान दिलाने के बाद आज दुर्दशा से गुजर रहे हैैं।

मार्शल आर्ट के नाम पर अवैध वसूली चल रही है। क्या सही है?

-देश के हर कोने पर एक, दो नहीं बल्कि कई अनरिकग्नाइज्ड संस्थाएं मार्शल आर्ट सिखाने के नाम पर अवैध वसूली कर रही है। गवर्नमेंट को चाहिए कि इस पर लगाम कसें। साथ ही पैरेंट्स को मार्शल आर्ट ट्रेनिंग सेंटर के बारे में पता करके ही बच्चों को ट्रेनिंग के लिए भेजना चाहिए।

क्या यूपी में टैलेंट नहीं है?

-ऐसा नहीं है। यूपी में टैलेंट की भरमार है, जिसका रिजल्ट इस साल स्कूल नेशनल में देखने को मिला है, जहां यूपी ने कई मेडल जीते हैं। स्कूल गेम में मार्शल आर्ट को शामिल करने से टैलेंट निखर कर सामने आ रहा है।

इंडिया में सबसे अधिक मार्शल आर्ट कहां है?

-अफकोर्स कश्मीर, क्योंकि ट्रेडिशनल मार्शल आर्ट कश्मीर की ही है, मगर गोवा, महाराष्ट्र और दिल्ली में टैलेंट जबरदस्त है। यहां के खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन कर मेडल जीत रहे हैं। तमिलनाडू भी टैलेंट के मामले में ज्यादा दिन तक पीछे रहने वाला नहीं है।