- केवल 6 किसान लेने आए मुआवजा, 28 किसानों के 96 वारिस हैं दावेदार

-4 लाख रूपए मुआवजे के विरोध में धरना पर बैठे हैं काफी किसान

KANPUR: न्यू ट््रांसपोर्ट नगर की जमीन का पेंच सुलझने का दावा जरुर किया जा रहा है, लेकिन वेडनेसडे को केवल म् लोग ही मुआवजा लेने आए। इनमें अशर्फीलाल मिथलेश कुमारी, श्रीराम, चुन्नीलाल, रामबाबू आदि शामिल है। कमिश्नर मो। इफ्तिखारुद्दीन ने उन्हें लगभग म्8 लाख की चेक दी हैं। जबकि अभी भी काफी संख्या में किसान ब् लाख रूपए प्रति बीघा मुआवजे दिए जाने के विरोध में धरने पर बैठे हैं। वह ख्क् लाख रूपए से अधिक प्रति बीघा मुआवजे की मांग कर रहे है। समझौते के मुताबिक ब् लाख रूपए पर बीघा पर मुआवजा लेने के लिए मनाने को केडीए की टीम भी पहुंची।

किसानों की अगुवाई कर रहे दिनेश बाजपेई ने बताया कि मूल रूप से ख्8 किसानों की जमीन डेवलप किए जा रहे न्यू ट्रांसपोर्ट नगर में आ रही है। इनमें से कई किसान नहीं रहे। इसलिए वारिसान मिलाकर कुल संख्या 9म् पहुंच गई है। इनकी करीब ख्08 बीघा जमीन न्यू ट्रांसपोर्ट नगर में आ रही है। कुछ जमीन एटूजेड में चली गई है। वह इस जमीन का मुआवजा मांग रहे हैं। हालांकि एटूजेड को फ्री में जमीन दिए जाने के कारण ऑफिसर्स मुआवजा देने से इंकार कर चुके हैं। बात में समझौता वार्ता में कुछ किसान ब् लाख रूपए पर बीघा पर सहमति दे दी थी। इससे पहले डीएम डा। रोशन जैकब मुआवजा ना लेने पर सख्त कार्रवाई की चेतावनी दे चुकी हैं। वेडनेसडे को मुआवजा बांटे जाने के दौरान डीएम डा.रोशन जैकब, केडीए वीसी जयश्री भोज, एडीएम सिटी अविनाश सिंह, केडीए सेक्रेटरी सीपी त्रिपाठी आदि मौजूद थे।