: एग्जाम में इंविजिलेटर्स तक का टोटा

: प्रभावित होगा इलेक्शन और मूल्यांकन का काम

BAREILLY: आने वाले दिनों में इस बार यूपी बोर्ड एग्जाम का कोई खेवनहार नहीं है। हजारों टीचर्स की इलेक्शन में ड्यूटी ने एग्जाम की सुचिता पर संकट खड़ा कर दिया है। दरअसल, एक तरफ जहां खंड शिक्षा अधिकारियों ने इलेक्शन के लिए केंद्र व्यवस्थापकों को परिषदीय टीचर्स को फ्री करने का फरमान जारी कर दिया है वहीं डीआईओएस ने माध्यमिक टीचर्स को ख्ब् से ख्म् मार्च तक तीन दिवसीय प्रशिक्षण के लिए आदेश दिया है। ऐसे में इन डेट्स के बीच होने वाली एग्जाम के अस्तित्व पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं।

करीब म्,ब्00 टीचर्स की लगी थी ड्यूटी

इस बार यूपी बोर्ड एग्जाम में हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लिए एक लाख छह हजार म्ख्ब् स्टूडेंट्स ने भाग लिया है। एग्जाम के लिए परिषदीय स्कूल से करीब ख्8 सौ और माध्यमिक विद्यालयों से तीन हजार म्00 टीचर्स की ड्यूटी इंविजिलेटर्स के तौर पर लगाई गई थी। ख्क् मार्च को हाईस्कूल का एग्जाम संपन्न हो गया, लेकिन इंटरमीडिएट का एग्जाम चार अप्रैल को संपन्न होना है।

दो ऑफिसर्स का अलग-अलग फरमान

दो दिन पहले खंड शिक्षा अधिकारियों ने केंद्र व्यवस्थापकों को पत्र लिखकर कहा है कि परिषदीय स्कूल के टीचर्स को इलेक्शन ड्यूटी के लिए मुक्त कर दिया जाए ताकि वे इलेक्शन प्रशिक्षण ले सकें। इधर, सैटरडे को डीआईओएस केपी सिंह ने सभी माध्यमिक स्कूल्स के टीचर्स, फोर्थ क्लास कर्मचारियों के लिए आदेश जारी किया कि वे ख्ब् मार्च से ख्म् मार्च के बीच ब्लाक और मुख्यालय स्तर पर सुबह क्0 से शाम पांच बजे तक होने वाले इलेक्शन ट्रेनिंग में भाग लें। ऐसे में एग्जामिनेशन सेंटर पर इंविजिलेटर्स का भी टोटा होगा।

शहर से गांव का दौड़ लगाएंगे टीचर्स

डीआईओएस की ओर से बोर्ड कॉपियों की मूल्यांकन के लिए क्क् अप्रैल की डेट घोषित की गई है। ऐसे में माना जा रहा है कि अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में इलेक्शन ड्यूटी निभाने वाले टीचर्स को बार-बार मूल्यांकन केंद्र तक की दूरी नापनी पड़ेगी। बता दें कि पिछले साल शहर के पांच सेंटर्स पर बोर्ड कॉपियों का मूल्यांकन हुआ था और इसमें करीब आठ हजार परीक्षकों की ड्यूटी लगी थी। इन परीक्षकों में से अधिकांश को दूसरे डिस्ट्रिक्ट में भी कॉपियां जांचने के लिए भेजा गया था।

इन दिनों हैं महत्वपूर्ण सब्जेक्ट के एग्जाम

माध्यमिक स्कूल्स टीचर्स की इलेक्शन प्रशिक्षण के लिए निर्धारित डेट में इंटरमीडिएट के तीन महत्वपूर्ण एग्जाम होने हैं। इनमें ख्ब् मार्च को होम साइंस और मैथ, ख्भ् मार्च को हिस्ट्री और ख्म् मार्च को संस्कृत, मैथ का एग्जाम है। माना जा रहा है कि एग्जामिनेशन सेंटर्स से एक साथ परिषदीय और माध्यमिक टीचर्स की ड्यूटी हटाने से नकल माफिया परीक्षा की सुचिता बिगाड़ सकते हैं।

: माध्यमिक टीचर्स की ड्यूटी इलेक्शन में लगाए जाने की वजह से पहले बोर्ड एग्जाम और फिर बाद में कॉपियों के मूल्यांकन का काम भी प्रभावित होगा।

: डॉ। मनोज कुमार, मंडलीय महामंत्री, प्रधानाचार्य परिषद।

:तुगलकी फरमान की वजह से बोर्ड एग्जाम काफी प्रभावित होगा। टीचर्स एक साथ इलेक्शन, बोर्ड एग्जाम की ड्यूटी नहीं कर सकते। हमने मांग की थी कि कॉपियों का मूल्यांकन इलेक्शन बाद किया जाए या फिर टीचर्स माध्यमिक टीचर्स को इलेक्शन ड्यूटी से मुक्त किया जाए।

: डॉ। सुरेश रस्तोगी, प्रदेश संगठन मंत्री माध्यमिक शिक्षक संघ।