डूबने से बचाने के लिए कराया गया जीटी रोड पर नाला का निर्माण

नगर निगम की उदासीनता से चालू नहीं हो सका नाला

<डूबने से बचाने के लिए कराया गया जीटी रोड पर नाला का निर्माण

नगर निगम की उदासीनता से चालू नहीं हो सका नाला

ALLAHABAD:

ALLAHABAD:

पब्लिक चिल्लाती है तो चिल्लाती रहे। परेशान होती है तो होती रहे। नगर निगम अपने ढर्रे पर चला है और चलता रहेगा। मुण्डेरा गांव में 80 लाख रुपये की लागत से नाला बनने के बाद भी शुरू नहीं हो सका और एक बार फिर पिछले साल की तरह इस बार भी मुण्डेरा पानी में डूब गया।

मुण्डेरा को डूबने से बचाने की थी कवायद

जब भी बारिश होती है धूमनगंज क्षेत्र का मुण्डेरा गांव व आस-पास की करीब आधा दर्जन से अधिक बस्तियां पानी में डूब जाती हैं। यह सिलसिला पिछले कई सालों से चल रहा है। मेन रोड से करीब पांच से छह फीट नीचे स्थित मुंडेरा गांव व आस-पास की बस्तियों का पानी आराम से निकल जाए, इसके लिए जीटी रोड के नीचे बड़ा नाला बनाए जाने का प्रस्ताव बनाया गया। इसे क्फ्वें वित्त में शामिल किया गया। पार्षद व मेयर के प्रयास से नाला निर्माण के लिए करीब 80 लाख रुपये क्फ्वें वित्त से पास हो गया और पैसा रिलीज भी हो गया। जल संस्थान ने जलनिगम को और जलनिगम ने सीएनडीएस को काम की जिम्मेदारी सौंपी।

बनकर तैयार है नाला

सीएनडीएस ने मुण्डेरा हरिजन बस्ती, अहिरान बस्ती, चिकाने बस्ती, कंधईपुर, नीमसराय को डूबने से बचाने के लिए जीटी रोड पर यदुवंशी स्वीट हाउस से जायसवाल भोजनालय तक करीब 700 मीटर लंबे नाले का निर्माण कराया। कुछ माह पहले सीएनडीएस ने काम पूरा कर दिया। इसके बाद लोगों को उम्मीद थी कि अब मुंडेरा गांव जलमग्न नहीं होगा। लेकिन एक सप्ताह पहले ही हुए झमाझम बारिश ने सभी उम्मीदों पर पानी फेर दिया।

कई जगह से टूटा नाला का चेंबर

80 लाख रुपये खर्च कर नाला तो बना दिया गया, लेकिन बस्तियों के नालों से कनेक्शन नहीं किया गया। यही नहीं नवनिर्मित नाले का चेम्बर जगह-जगह से टूट गया है। बरसात में हकीकत सामने आने पर पब्लिक के साथ ही पार्षद ने भी विरोध जताया, लेकिन कोई निष्कर्ष नहीं निकला।

वर्जन-

मुंडेरा में नवनिर्मित नाला चालू न होने की शिकायत आई है। कनेक्शन न हो पाने की वजह से नाला बंद होने की जानकारी मिली है। इस सम्बंध में अधिकारियों से बात कर जल्द ही नाले को चालू करवाया जाएगा। यदि निर्माण में गड़बड़ी है तो उसकी भी जांच कराई जाएगी।

शेषमणि पांडेय

नगर आयुक्त

नगर निगम, इलाहाबाद

वर्जन

नाला-निर्माण में लापरवाही बरती गई है। आधा-अधूरा काम कराकर छोड़ दिया गया है। नाले को कनेक्ट भी नहीं किया गया है। इसकी वजह से इस बार भी पूरा मुण्डेरा गांव पानी में डूबा। इसकी शिकायत कई बार नगर निगम के अधिकारियों से की गई। लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।

अभय यादव

पार्षद, मुंडेरा गांव