डायबिटीज, हार्ट, बीपी के मरीजों को मिलेगा फायदा, योजना हुई लागू

Meerut । गरीब और जरूरतमंदों को अब महंगी दवाइयों के लिए अपनी पॉकेट खाली नहीं करनी होगी। हार्ट डिजीज, हाई व लो ब्लड प्रेशर, डायबिटीज जैसी बीमारियों की दवाइयां अब सरकारी अस्पतालों में आसानी से मरीजों को निशुल्क मिलेंगी। बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए शासन ने यह योजना लागू की है।

मिलेगा इंसुलिन

शुगर के मरीजों के लिए शासन ने बड़ी राहत दी है। नेशनल प्रोग्राम फॉर प्रिवेंशन एंड कंट्रोल ऑफ कैंसर, डायबिटीज, कार्डियोवैस्कुलर डिसीज एंड स्ट्रोक के तहत सरकारी अस्पतालों में अब इंसुलिन मरीजों को फ्री मिलेगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) की ओर से यह योजना शुरू की गई है। हालांकि, जिला अस्पताल में इसकी शुरुआत भी हो गई है। यहां फिलहाल मरीजों को 25-75 प्रोटेंसी वाले इंजेक्शन फ्री दिए जा रहे हैं। बाजार में इस इंजेक्शन की कीमत 250 से 8300 रूपयतक है।

ये दवाइयां है मौजूद

दवाइयां------बाजार में कीमत

इंसुलिन---250 से 300 रूपये एक इंजेक्शन

अर्टोवा- 40 एमजी 190 रूपये प्रति 10 टेबलेट

अटेन- 50 एमजी 25 रूपये - 10 टेबलेट

अमतास- 5 एमजी 85 से 100 रूपये प्रति 30

लोसार - 90 रूपये प्रति 15 टेबलेट

ह्यूमन मिक्सटस्रट इंजेक्शन- 145 प्रति वॉयल

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जिला अस्पताल

- 1300 मरीज रोजाना ओपीडी में आते हैं

- 300 से 450 मरीज डायबिटीज, हार्ट, ब्लड प्रेशर के होते हैं।

- 150 मरीज आईपीडी में भी होते हैं

- 30-35 मरीजों को शुगर की समस्या

मेडिकल कॉलेज

- 3500 से 4000 मरीज रोजाना पहुंचते हैं।

- 800 से अधिक मरीज शुगर, बीपी के पहुंचते हैं।

- 20 फीसदी मरीज हार्ट से जुड़ी बीमारियों के पहुंचते हैं।

हमारे यहां मरीजों को इंसुलिन, हार्ट, बीपी की दवाइयां निशुल्क दी जा रही है। चूंकि इन दवाइयों का बजट बहुत ज्यादा नहीं हैं ऐसे में बीमारी की गंभीरता को देखकर ही यह दवाइयां दी जाती है।

डॉ। पीके बंसल, एसआईसी, िजला अस्पताल

मरीजों को फ्री इंसुलिन देने की योजना शुरु कर दी गई है। अन्य दवाइयां भी मंगवा ली गई हैं। मरीजों की स्थिति के अनुसार की दवाई दी जाती है।

डॉ। दिनेश राणा, पीआरओ, मेडिकल कॉलेज